रामपुर / मीनाक्षी भारद्वाज
देश की सबसे बड़ी भूमिगत जल विद्युत परियोजना 15सौ मेगावाट नाथपा झाकड़ी हाइडल पावर स्टेशन देश हर साल अपने नए रिकार्ड उत्पादन में दर्ज करता जा रहा है। यह भूमिगत परियोजना एक अनूठी परियोजना है, जिसे विश्व के मानचित्र पर भी दर्शाया गया है l इसकी 6 इकाइयां है जो एक साथ कार्य करती है।
झाकड़ी में पत्रकार सम्मेलन में बोलते हुए परियोजना प्रमुख आरसी नेगी ने बताया कि यह स्टेशन विद्युत उत्पादन में अग्रणी होने के साथ-साथ सामाजिक दायित्व को समय समय पर निभाता आ रहा हैं। उन्होंने बताया कि कोरोना काल में भी नाथपा झाकड़ी हाइड्रो पावर प्रोजेक्ट द्वारा प्रशासन व सरकार की मदद करने में अहम भूमिका निभाई है।
परियोजना प्रमुख रवि चन्द्र नेगी ने बताया कि इस हाइड्रो स्टेशन से हिमाचल के लिए ही नहीं बल्कि देश के 9 राज्यों को बिजली की आपूर्ति की जाती है। उन्होंने कहा कि एसजेवीएनएल के सीएमडी नंदलाल शर्मा के कुशल नेतृत्व और दिशा निर्देशन मै एसजेवीएनएल ने देश में ही नहीं बल्कि विदेशों में भी नाम कमाया है l शर्मा ज़ी के कुशल दिशा-निर्देशों से यह परियोजना प्रगति पर हैl उन्होने बताया कि आज एसजेवीएनएल देश के साथ साथ विदेशों में भी विद्युत पावर प्रोजेक्ट तैयार कर रहा है जिनमें भूटान और नेपाल के देश मुख्य है।
वहीं परियोजना प्रमुख ने बताया कि इस बार उन्होंने पूर्व के सभी रिकॉर्ड तोड़ कर नया रिकॉर्ड कायम किया है। अगस्त माह में नया रिकॉर्ड कायम किया है, जिसमें 39.373 मिलियन यूनिट विद्युत उत्पादन किया है।वहीं उन्होंने बताया कि इस साल का सबसे अधिक महा का रिकॉर्ड भी इस साल अगस्त में ही दर्ज किया गया है, जिसमें 1213 मिलियन यूनिट उत्पादन किया गया है।
वहीं उन्होंने बताया कि डिजाइन एनर्जी द्वारा भी इस बार नया रिकॉर्ड जनवरी माह में दर्ज किया गया है, जिसमें 6612 मिलियन यूनिट दर्ज किया गया है। अब नए रिकॉर्ड की ओर अग्रसर है। परियोजना प्रमुख ने बताया कि हिमाचल सरकार द्वारा एसजेवीएनएल को कई प्रोजेक्ट मिले हैं जिनमें किन्नौर जिला में ही 6 प्रोजेक्ट पर कार्य किया जाएगा जो सभी 13 सो मेगावाट के होंगे।
इसको लेकर उन्होंने बताया कि नाथपा झाकड़ी हाइड्रो पावर प्रोजेक्ट को एक विजन दिया गया है, जिसमें 2023 तक 5 हजार मेगावाट जनरेट करना है। वहीं 2030 तक 12 हजार मेगावाट और 2040 तक 25 हजार मेगावाट की कंपनी एसजेवीएन एल को बनाने का लक्ष्य है।
परियोजना प्रमुख ने बताया कि इस बार क्षेत्र में बारिश कब होने के कारण आए दिन सतलुज नदी में पानी का स्तर कम हो चुका है जिससे विद्युत उत्पादन भी कम हो रहा है उन्होंने बताया कि आए दिन 70 क्यूमेक्स पानी ही प्रोजेक्ट के कार्य में लग रहा है उन्हें बताया कि 6 इकाइयों को चलाने के लिए उन्हें लगभग 405 क्यूमेक्स पानी की आवश्यकता रहती है।
इस दौरान उन्होंने यह भी बताया कि हाइड्रो पावर स्टेशन में मेंटेनेंस का कार्य प्रगति पर चल रहा है । पांच इकाइयों का कार्य पूर्ण कर दिया गया है और अब छठी इकाई का कार्य चल रहा है जैसे ही इसका कार्य भी पूरा हो जाएगा वैसे ही छह की छह इकाइयां कार्य करना शुरू कर देगी।