शिमला, 8 मार्च : शिमला एयरपोर्ट के लिए दिल्ली से आने वाली एकमात्र उड़ान लम्बे अरसे से बंद पड़ी है। जिला के जुब्बड़हट्टी एयरपोर्ट के लिए इसके अतिरिक्त कहीं से भी हवाई उड़ान नहीं है। वहीं हैली टैक्सी सेवा भी नियमित रूप से न चलने के कारण जुब्बड़हट्टी एयरपोर्ट के 90 टैक्सी ऑपरेटरों का कारोबार पूरी तरह से ठप हो गया है और टैक्सी वाहन सडक़ में खड़े-खड़े जंग खा रहे है।
आलम यह है कि जिन टैक्सी ऑपरेटरों ने पिछले साल लोन लेकर टैक्सियां खरीदी थीं, अब उनकी किश्तें भी चुकाना मुश्किल हो गया है। इन विकट आर्थिक हालातों को देखते हुए जुब्बड़हट्टी टैक्स ऑपरेटर यूनियन ने प्रदेश सरकार से जुब्बड़हट्टी से फिर से हवाई सेवाएं शुरू करने की मांग की है।
टैक्सी ऑपरेटरों का कहना है कि जहां शिमला-दिल्ली हवाई सेवाएं फरवरी 2020 से बंद हैं। वहीं जुब्बड़हट्टी-चंडीगढ़ हेली टैक्सी सेवा नियमित रूप से नहीं चली है। सवारियां होने पर ही शिमला पहुंच रही है। ऐसे में जुब्बड़हट्टी में टैक्सी कारोबार से जुड़े युवा बेरोजगार हो गए हैं और रोजगार का अन्य कोई साधन नहीं बचा है। मौजूदा समय में टैक्सी ऑपरेटर्स मनरेगा व अपने खेतों में काम कर सब्जियां उगाकर अपने परिवार का पालन पोषण कर रहे हैं। एक साल बाद हवाई सेवाएं बहाल न होने के बाद जुब्बड़हट्टी टैक्सी ऑपरेटरों ने सरकार से हवाई सेवाएं शुरू करने की मांग की है ताकि एक साल से बेरोजगार टैक्सी ऑपरेटर्स का रोजगार शुरू हो सके।
यूनियन का कहना है कि कोरोनाकाल से पहले नियमित रूप से रोजाना 10 टैक्सियों को सवारियां मिलती थी। इसके अतिरिक्त पर्यटन सीजन के दौरान हर रोज 250 से 300 गाडिय़ों का शिमला से चंडीगढ़ तक कारोबार था। आफ सीजन में भी 40-50 गाडिय़ां चलती थी। जबकि इन दिनों कमाई नहीं हो रही है।
जुब्बड़हट्टी यूनियन पदाधिकारियों का कहना है कि जुब्बड़हट्टी एयरपोर्ट के 90 टैक्सी ऑपरेटरों के समक्ष कई तरह की समस्याएं खड़ी हो गई हैं। बैंकों से कर्ज लेकर टैक्सी डालने वाले युवाओं के सामने बैंक की किस्त चुकाने का संकट खड़ा हो गया है। यूनियन का कहना है कि केंद्र सरकार सभी राज्यों की राजधानी को हवाई सेवा से जोड़ना चाहती है। इसके लिए योजना भी है, लेकिन हिमाचल प्रदेश की राजधानी के लिए बंद पड़ी एकमात्र हवाई उड़ान को दोबारा शुरू करने के बारे में कोई निर्णय नहीं लिया जा रहा है।