शिमला, 1 मार्च : हिमाचल विधानसभा के बजट सत्र की शेष अवधि से निलंबित कांग्रेस के पांच विधायकों ने सोमवार को विधानसभा के बाहर धरना दिया। इनमें नेता प्रतिपक्ष मुकेश अग्निहोत्री, हषवर्धन चोैहान, विनय कुमार, सतपाल रायजादा और सुंदर सिंह ठाकुर शामिल हैं। सदन की कार्यवाही दो दिन के अवकाश के बाद सोमवार को शुरू हुई, तो पांचों निलंबित कांग्रेस विधायक विधानसभा के मुख्य प्रवेश द्वार के बाहर धरने पर बैठ गए।
गत शुक्रवार को बजट सत्र के पहले दिन राज्यपाल के अभिभाषण के दौरान हंगामे पर पांचों कांग्रेसी विधायकों को बजट सत्र के शेष सत्र के लिए निलंबित कर दिया गया था। नेता प्रतिपक्ष सहित कांग्रेस विधायकों पर राज्यपाल की कार रोकने और उनके साथ दुव्र्यवहार करने का आरोप है।
इस घटना के बाद न केवल उक्त कांग्रेस विधायकों को पूरे बजट सत्र के लिए निलंबित कर दिया, बल्कि विधानसभा अध्यक्ष की शिकायत पर इन विधायकों के खिलाफ बालूगंज पुलिस स्टेशन में विभिन्न आपराधिक धाराओं में मामला भी दर्ज किया गया है। इस प्रकरण से विपक्षी विधायक भड़के हुए हैं। विपक्ष इस मामले में विस उपाध्यक्ष और भाजपा मंत्रियों के विरुद्ध भी कार्यवाही करने की मांग कर रहा है।
इस बीच नेता प्रतिपक्ष मुकेश अग्निहोत्री ने कांग्रेस विधायकों के निलंबन व एफआईआर के लिए मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर को आड़े हाथों लिया है। उन्होंने आज पत्रकारों के साथ अनौपचारिक बातचीत में कहा कि यह सब मुख्यमंत्री के इशारे पर हुआ है। सरकार सदन में महंगाई व बेरोजगारी समेत कई ज्वलंत मुद्दों पर चर्चा करने से बचना चाह रही है।