मंडी, 24 फरवरी : मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर का कहना है कि आईआईटी मंडी हिमाचल प्रदेश का गर्व है और इस संस्थान के उत्थान के लिए राज्य सरकार की तरफ से पहले भी मदद की गई है और भविष्य में भी मदद की जाएगी। यह बात उन्होंने आज आईआईटी मंडी के 12वें स्थापना दिवस समारोह को संबोधित करते हुए कही।
संस्थान के निदेशक प्रो. अजित कुमार चतुर्वेदी ने सीएम को शाल, टोपी और स्मृति चिंह देकर स्वागत किया। अपने संबोधन में सीएम जयराम ठाकुर ने संस्थान के 12 वर्ष पूरा होने पर बधाई दी। उन्होंने कहा कि सीएम बनने के बाद उन्हें पहली बार आईआईटी में आने का मौका मिला है और यह प्रदेश का प्रतिष्ठित संस्थान है। उन्होंने कहा कि इस संस्थान से प्रदेश के लोगों को ढेरों उम्मीदें हैं और उन्हें पूरा करना संस्थान का दायित्व है।
जयराम ठाकुर ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 2014 में सत्ता में आते ही टैकनॉलॉजी की तरफ अधिक ध्यान आकर्षित किया था। हालांकि उस वक्त कुछ लोगों ने इसका मज़ाक भी बनाया था लेकिन कोविड काल के दौरान प्रधानमंत्री की इसी पहल का देश भर ने लाभ उठाया। कोविड काल के दौरान टैकनॉलॉजी के कारण ही वर्चुअल बैठकें संभव हो पाई और किसी भी प्रकार के कार्य को प्रभावित नहीं होने दिया गया। उन्होंने कहा कि यह तकनीकें ऐसे संस्थानों की देन है जिसका आज पूरा विश्व लाभ उठा रहा है।
जयराम ठाकुर ने आईआईटी मंडी द्वारा किए जा रहे कार्यों की सराहना की। उन्होंने कहा कि आज इस संस्थान में दो हजार के करीब स्टूडेंट्स और फैकलिटी रह रही है और इससे समूचे क्षेत्र का विकास हुआ है। उन्होंने कहा कि आईआईटी मंडी के साथ क्नेक्टिविटी को बढ़ाने के लिए सरकार पूरी तरह से प्रयासरत है। मंडी में ग्रीन फील्ड एयरपोर्ट बनाया जा रहा है जिसके बाद आईआईटी मंडी तक पहुंचना और भी आसान हो जाएगा। उन्होंने संस्थान में चल रहे 100 करोड़ से अधिक के रिसर्च कार्यों पर संतोष जताया और इसके लिए प्रबंधन को बधाई दी।
इसके बाद उन्होंने पूरे संस्थान का दौरा भी किय और यहां की सुविधाओं का जायजा भी लिया। इस मौके पर उनके साथ सांसद राम स्वरूप शर्मा और विधायक जवाहर ठाकुर सहित अन्य गणमान्य लोग भी मौजूद रहे। इसके बाद सीएम ने मेडिकल कॉलेज नेरचौक में आधुनिक सुविधाओं वाली सीटी स्कैन मशीन का लोकापर्ण भी किया।