हमीरपुर, 22 फरवरी : महाराजा संसार चंद द्वारा निर्मित प्राचीन नर्वदेशवर मंदिर के गर्भ गृह के दर्शन दूरदराज से आए पर्यटक व श्रद्धालु कर सकेंगे । स्थानीय लोग भी मंदिर के अंदर जाकर नजदीक से भगवान शिव की पिंडी के दर्शन कर सकेंगे तथा नजदीक से पूजा अर्चना कर सकेंगे। प्राचीन पुरातत्व विभाग द्वारा इस के कपाट खोल दिए हैं। स्थानीय जनता की मांग थी कि उक्त मंदिर के गर्भ गृह को भक्तों के दर्शनों के लिए खोला जाए।
इस प्राचीन मंदिर में कांगड़ा चित्र शैली का जीवित नमूना देखने को मिलता है। दूरदराज से आए जनता इस चित्र शैली को देखती है। लेकिन करोना वायरस प्रकोप के चलते मंदिर के कपाट बंद किए थे। हालांकि कपाट अनलॉक की प्रक्रिया के दौरान कुछ दिनों पहले खोल दिए थे। प्राचीन पुरातत्व विभाग के अंतर्गत आने वाले इस ऐतिहासिक मंदिर का मुख्य द्वार तो भक्तों के दर्शनों के लिए खोल दिया गया लेकिन गर्भगृह के बाहर रससियाँँ लगाकर इसको बंद रखा था तथा भक्तों को दूर से ही अपने आराध्य के दर्शन करने पड़ रहे थे ।
गर्भ गृह के दर्शन को लेकर पाबंदियां हटाने के लिए स्थानीय जनता ने मांग की थी। पाबंदियां लगी होने के कारण जनता को मंदिर के दीवारों में अकेली हुई चित्रशैली देखने के साथ-साथ मंदिर के भीतर दर्शन नहीं हो पा रहे थे ।सोमवार प्रातः मंदिर के गर्भ गृह के दर्शन को लेकर के पाबंदी हट गई है।
मंदिर के कर्मचारी सोनी प्रसाद ने बताया कि गृह गृह के दर्शन को लेकर लगाई गई प्रशासन द्वारा पाबंदी हटा दी है।