हमीरपुर 21 फरवरी : उपमंडल के धनेटा क्षेत्र में जल शक्ति विभाग की एक पेयजल योजना के निकट सेप्टिक टैंक की गंदगी ट्रैक्टर द्वारा फेंकने के सनसनीखेज मामले में आरोपी के विरुद्ध आपराधिक मामला दर्ज कर लिया गया है। विभिन्न धाराओं के तहत दर्ज इस मामले को लेकर पुलिस ने अब छानबीन तेज़ कर दी है। वहीं इस घटना को लेकर विभाग के अभियंता नीरज भोगल ने भी कड़ा संज्ञान लिया है, जिसके बाद ही जांच आरम्भ की गई है।
वहीं गंभीर बात यह है कि सैम्पल की एक रिपोर्ट में पानी 40 प्रतिशत दूषित पाया गया है। गौर हो कि घटना का पता चलते ही विभाग की उक्त योजना को तुरंत बंद कर दिया गया और सैकड़ों लोगों का जीवन बचा लिया। योजना के अंतर्गत आने वाले करीब आधा दर्जन गांवों में गत 4 दिनों से पेयजल आपूर्ति ठप है।
मामला 4 दिन पुराना है, जब एक ट्रैक्टर वाले ने किसी के घर के शौचालयों का सेप्टिक टैंक साफ किया और इस गंदगी को धनेटा के निकट बलेटा पेयजल योजना के निकट एक नाले में फेंक दिया। जहां से यह बहते हुए पेयजल योजना के निकट बहने वाली खंड्ड में उस स्थान तक पहुंच गया जहां से पानी उठाया जाता है और घरों को सप्लाई किया जाता है। परंतु यहां तैनात विभाग के फील्ड वर्कर को इसकी भनक लग गई और उसने तुरंत इसकी सूचना अधिकारियों को दे दी।
सूचना मिलते ही तुरंत योजना को बंद कर दिया गया और साफ सफाई का कार्य आरंभ करने के बाद रोज़ाना पानी का सैंपल लैब में भेजा जा रहा है। यदि विभाग का फील्ड वर्कर होशियारी नहीं दिखाता तो सैकड़ों लोगों का जीवन खतरे में पड़ सकता था। अब विभाग का कहना है कि जब तक सैंपल की रिपोर्ट ठीक नहीं आ जाती तब तक पेयजल आपूर्ति नहीं की जाएगी। इस संबंध में एसडीओ धनेटा राम कुमार शर्मा ने बताया कि सूचना मिलते ही पेयजल आपूर्ति बंद कर दी गई थी और इसकी शिकायत पुलिस को दे दी गई है।
विभाग के अभियंता नीरज भोगल ने बताया कि आरोपी के विरुद्ध अपराधिक मामला दर्ज करवाया गया है। उन्होंने कहा कि यदि पेयजल आपूर्ति हो जाती तो इसके परिणाम काफी गंभीर हो सकते थे। थाना प्रभारी नीरज राणा ने बताया कि मामला दर्ज करके छानबीन की जा रही है।