रामपुर/मीनाक्षी भारद्वाज
पंचायत चुनाव के बाद सामने आए प्रतिनिधि जिनमें प्रधान, उपप्रधानों ने अब अपने-अपने क्षेत्रों में बैठके करने का दौर शुरू कर दिया है। ऐसे में कई निर्णय अपने स्तर पर प्रधानों ने जनता के साथ लेना शुरू कर दिए हैं। इसी सिलसिले में खमाडी पंचायत ने भी वहां के प्रधान शरद वर्मा द्वारा ग्रामीणों के साथ बैठक कर कई निर्णय लिए है, जिनमें मुख्य निर्णय है कि अब पंचायत में मादक पदार्थों पर पूरी तरह से प्रतिबंध रहेगा।
शिमला जिला के रामपुर उपमंडल की ननखड़ी क्षेत्र की खमाडी पंचायत में 10 फरवरी को सख्त आदेश जारी करते हुए संपूर्ण ग्राम पंचायत में शराब, चरस, तम्बाकू पदार्थों की बिक्री पर पूर्ण रूप से प्रतिबंध लगा दिया है। गैर कानूनी इन पदार्थों की बिक्री ही नहीं, बल्कि सार्वजनिक स्थानों पर यदि कोई सेवन करता हुआ पाया गया तो उसके खिलाफ पंचायतीराज अधिनियम की 1994 व 1997 के तहत सख्त कानूनी कार्रवाई अमल में लाई जाएगी।
पंचायत की ओर से सार्वजनिक स्थानों पर ताश खेलने, नशा करने, गुटखा व खैनी जैसे उत्पादों के सेवन पर भी प्रतिबंध लगा दिया है। इतना ही नहीं पंचायत ने जंगल व बागीचों में जान बूझकर आग लगाने वालों पर भी दंड व जुर्माने का प्रावधान कर दिया है।
ग्राम पंचायत के इन फैसलों की हर तरफ चर्चा हो रही है और जनहित के उठे इन निर्णयों की सराहना की जा रही है। नशे के खिलाफ शुरू की इस मुहिम के सकारात्मक परिणाम निकलेंगे, सभी को इसकी उम्मीद है। क्योंकि इस दौर में हर तरफ नशा ही नशा फैला है और खासकर युवा पीढ़ी सबसे ज्यादा नशे की गिरफ़्त में फंसकर घर परिवार को तबाह कर रही है।
अब जरूरत है कि हर पंचायत इस तरह सख्ती से नशे पर नकेल कसे और युवाओं को नशे की गिरफ़्त से बाहर निकलने में सहयोग करे। इससे हजारों परिवार बचेंगे और नशीले पदार्थों पर बर्बाद की जाने वाली करोड़ों की राशि विकास कार्यों में व्यय की जा सकेगी।
वहीं इस निर्णय से महिलाओं में काफी उत्साह है। महिलाओं का कहना है कि यदि इस पर अमल किया जाएगा तो जहां वे एक और अपनी मानसिकता से निजात पाएगी। वहीं दूसरी और उनके बच्चे भी नशे से दूर रहेंगे और उनका समाज साफ सुथरा बना रहेगा।