पांवटा साहिब, 8 फरवरी : गुरु की नगरी में एक बेबस नाबालिग को देह व्यापार में धकेलने का मामला सामने आया है। चूंकि मामला गंभीर है, लिहाजा पुलिस ने पांवटा साहिब के डीएसपी के नेतृत्व में एक एसआईटी का भी गठन कर दिया है। इसमें थाना प्रभारी संजय शर्मा, सब इंस्पेक्टर तनुजा, एएसआई राजपाल को शामिल किया गया है।
जानकारी के मुताबिक 30 जनवरी 2021 को पुलिस थाना माजरा में एक नाबालिग के लापता होने पर आईपीसी की धारा 363 के तहत मामला दर्ज किया गया था। जांच के दौरान लापता लड़की को पांवटा साहिब से बरामद कर लिया गया। जांच में पता चला कि 28 जनवरी को लड़की अपने घर से चले गई थी। पांवटा साहिब पहुंचने पर उसके मुलाकात हरियाणा के यमुनानगर की रहने वाली महिला शालू से हुई। वह इस समय देवी नगर में रह रही है। महिला ने नाबालिग को अच्छा जीवन यापन करवाने की बात कही।
इसके बाद वह महिला नाबालिग को उसके कपड़े बदलवाने के लिए ले गई। नाबालिग को आरोपी महिला शालू द्वारा एक निजी होटल में ले जाया गया, जहां अनजान व्यक्ति द्वारा नाबालिग का यौन शोषण किया गया। इसके बदले महिला ने ग्राहक से पैसे भी लिए। अन्य होटलों में भी शालू द्वारा नाबालिग का शारीरिक शोषण करवाया गया। इसके बदले वह ग्राहकों से पैसे लेती रही।
31 जनवरी को पीड़ित नाबालिग महिला के कब्जे से छोड़कर भाग गई। इसके बाद उसे पार्क से बरामद किया गया। पीड़िता को माजरा थाना लाया गया और उसके बयान पर आईपीसी की धारा 376 व पोक्सो एक्ट के तहत मामला दर्ज किया गया है। इसके अलावा अनैतिक कार्यों के अधिनियम के तहत भी कार्रवाई की जा रही है।
पांवटा साहिब के डीएसपी वीर बहादुर ने पुष्टि करते हुए कहा कि आरोपी महिला को गिरफ्तार कर लिया गया है। उन्होंने बताया कि इस मामले में माजरा के रहने वाले एक व्यक्ति को भी गिरफ्तार किया है, जिसने प्रारंभिक तौर पर नाबालिग से शादी करने का वादा किया था। साथ ही शारीरिक उत्पीड़न भी किया था। कुल मिलाकर देखना अब यह होगा कि उन होटलों के खिलाफ भी क्या कार्रवाई अमल में लाई जाती है, जो इस बात की तफ्तीश नहीं करते हैं कि कमरा लेने वाले लोग कौन हैं और नाबालिग को कमरे में क्यों ले जाया जा रहा है। बताया जा रहा है कि इस मामले में पुलिस द्वारा उन लोगों की भी गिरफ्तारी की जा सकती है, जिन्होंने नाबालिक से शारीरिक शारीरिक संबंध बनाए थे।