आनी/राकेश शर्मा
प्रकृति की मनोरम छटा एवं चोतरु नाग अजर व्यास ऋषि के आंचल में बसा राजकीय उत्कृष्ट जमा दो विद्यालय कोठी वर्षों से प्रगति के पथ पर अग्रसर है। यह विद्यालय आनी मुख्यालय से 30 किमी की दूरी पर स्थित है। विद्यालय की स्थापना वर्ष 1954 में प्राथमिक विद्यालय के रूप में हुई। 39 वर्षों के बाद विद्यालय को माध्यमिक विद्यालय का दर्जा प्राप्त हुआ। 18 वर्षों उपरांत इस विद्यालय को राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय के रूप में अभ्युत्थान किया गया।
प्राकृतिक सौंदर्य तथा चारों ओर से घने देवदार जंगलों से घिरे इस विद्यालय की सुंदरता देखते ही बनती है। विद्यालय ने शिक्षा, खेल-कूद, सांस्कृतिक गतिविधियों समेत अन्य क्षेत्रों में अलग पहचान कायम की है। विद्यालय स्वच्छ्ता समेत अन्य जागरूकता कार्यक्रमों में अपना महत्वपूर्ण योगदान दे रहा है। इसी का नतीज़ा है कि विद्यालय को जिला ग्रामीण विकास अभिकरण द्वारा किए गए स्कूल सर्वेक्षण में वर्ष 2017 में जिला स्तर पर स्वच्छ्ता क्षेत्र में प्रथम पुरस्कार भी मिल चुका है। शैक्षणिक वर्ष 2019-20 में विद्यालय में लगभग 330 छात्र छात्राएं अध्ययनरत है। कक्षा छठी से कक्षा दसवीं तक विज्ञान और गणित विषय हिंदी और अंग्रेज़ी माध्यम में पढ़ाए जाते है। विद्यालय में कक्षा छठी से आठवीं तक 114 छात्र छात्राएं शिक्षा ग्रहण कर रहे हैं जो आनी खंड के अन्य सभी स्कूलों में सबसे अधिक संख्या है।
विद्यालय की विभिन्न क्षेत्रों में सक्रियता को देखते हुए विद्यालय को उत्कृष्ट विद्यालय के ख़िताब से भी नवाज़ा जा चुका है। वाद-विवाद (Youth Parliament) में इस विद्यालय का डंका प्रदेश तक है। विद्यालय ने लगातार खंड स्तर पर सात बार, जिला स्तर पर चार बार और राज्य स्तर और एक बार विजेता रहकर अपनी प्रतिभा का लोहा मनवाया है। इसके अलावा भाषण प्रतियोगिता में भी विद्यालय खंड, जिला समेत राज्य में भाग ले चुका है। बच्चों के हुनर और वैज्ञानिकता को निखारने के लिए एनसीईआरटी सोलन द्वारा आयोजित छात्रवृत्ति परीक्षा में भी विद्यालय का बोलबाला रहता है।
अभी तक 10 से ज़्यादा छात्र-छात्राएं इंस्पायर अवार्ड के लिए चयनित हो चुके हैं। शिक्षा के दृष्टि से विद्यालय बेहतर परीक्षा परिणाम दे रहा है। विद्यालय ने हिमाचल प्रदेश स्कूल शिक्षा बोर्ड द्वारा दसवीं की वार्षिक परीक्षा में पूरे प्रदेश में भी मेरिट लिस्ट में 10वां स्थान हासिल किया है। विद्यालय में एक बड़ी कंप्यूटर लैब है जहां बच्चों को उच्च तकनीक से जोड़ा जाता है। विद्यालय से कई डॉक्टर, इंजीनियर,शिक्षक, समाजसेवक, खिलाड़ी व अन्य विभिन्न क्षेत्रों में कार्यरत हैं।
इसके अलावा विद्यालय की एनएसएस इकाई भी अपने अलग एवं उत्कृष्ट कार्य के लिए जानी जाती है। गत वर्ष स्वच्छता कार्य एवं जागरूकता के साथ-साथ एमएनएस इकाई ने अपने विद्यालय में ईंटों की दीवार लगाकर एक अलग मिसाल भी पेश की थी। खेल कूद क्षेत्र में विद्यालय ने खंड और जिला स्तर तक अपना नाम चमकाया है। विद्यालय ने हाल में ही चैस प्रतियोगिता में राज्य का प्रतिनिधित्व किया। विद्यालय प्रशासन व विद्यालय प्रबंधन समिति मिल जुल कर विद्यालय के उत्थान के लिए कार्य कर रहे हैं।
विद्यालय एक सार्वजनिक पुस्तकालय का भी निर्माण कर रहा है, जिसका निर्माण कार्य प्रगति पर है। इसके निर्माण से क्षेत्र के कई छात्र छात्राओं को प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारियों के लिए काफ़ी मदद मिलेगी। विद्यालय की एक सबसे अलग पहचान है कि विद्यालय हर वर्ष की होली उत्सव, रक्षा बंधन देश के सैनिकों के साथ मनाता है। देश की सीमा पर हमारी रक्षा के लिए तैनात इन रणबांकुरों के संग ख़ुशियों को बांटना सचमुच एक बड़ा व गौरव का विषय है। विद्यालय समय-समय पर कई प्रेरणादायी कार्यक्रमों का भी आयोजन करता रहता है।
विद्यालय की तमाम उपलब्धियों के लिए शिक्षक वर्ग, एसएमसी और क्षेत्रवासी भरपूर प्रयास कर रहे हैं। लेकिन शिक्षक पोविंद्र चौहान और बालकृष्ण कटोच इस विद्यालय की रीढ़ की हड्डी है। आज राजकीय उत्कृष्ट जमा दो विद्यालय कोठी की जो तस्वीर आपके सामने हैं इसमें इन शिक्षकों समेत विद्यालय प्रशासन,एसएमसी और क्षेत्र वासियों का अहम योगदान है।
लेकिन विद्यालय अभी भी स्टाफ़ के लिए तरस रहे है। विद्यालय में पिछले काफ़ी समय से पीजीटी हिंदी, अंग्रेज़ी, डीपीई, टीजीटी मेडिकल समेत क्लेरिकल का सारा स्टाफ़ खाली चल रहा है। सरकार, स्थानीय प्रशासन समेत राजनेताओं से आग्रह है कि ऐसे विद्यालयों में जल्द रिक्त पदों को भरा जाए ताकि विद्यालय अपने व क्षेत्र के नाम और कई उपलब्धियां हासिल करके क्षेत्र को गौरवान्वित करें ।