सुंदरनगर (नितेश सैनी) : सुंदरनगर के 115 घरों में अभी भी शौचालय नहीं बने हैं। शहरवासी खुले में शौच कर रहे हैं। यह खुलासा नगर परिषद टीम द्वारा किए गए सर्वे में हुआ है। नगर परिषद द्वारा सुंदरनगर शहर को स्वच्छ व सुंदर एवं खुले से शौचमुक्त बनाने के लिए शहर के सभी वार्डो का सर्वे किया गया। सर्वेक्षण कार्य स्वच्छ भारत अभियान के तहत किया गया।
नगर परिषद की ओर से 13 सदस्यीय टीम गठित की गई थी। इस टीम में नेहरू युवा केंद्र के सदस्य शामिल किए गए थे। लगभग एक माह तक इस टीम ने शहर के सभी वार्डो में घर-घर जाकर सर्वे किया। इसकी रिपोर्ट नगर परिषद को सौंप दी है। अब नगर परिषद ने संबंधित लोगों से शौचालय निर्माण के लिए आवेदन मांगे हैं। इसके बाद शौचालय निर्माण की प्रक्रिया शुरू होगी, ताकि शहर को खुले से शौचमुक्त किया जा सके।
नगर परिषद शहर में पुराने क्षतिग्रस्त हो चुके सार्वजनिक शौचालयों की भी मरम्मत करेगी। जो शौचालय मरम्मत योग्य नहीं बचे हैं उनकी जगह पर नए बनाए जाएंगे। इसके सर्वेक्षण का कार्य अभी चला हुआ है। एनवाइके की टीम पुराने शौचालयों की स्थिति बारे रिपोर्ट तैयार कर नगर परिषद को सौंपेगी। उसके बाद यह कार्य शुरू होगा। शहर में दर्जनों सार्वजनिक शौचालय दयनीय स्थिति में हैं, जिनकी लंबे समय से कोई सुध नहीं ली गई है। अब इन शौचालयों की मरम्मत का कार्य भी शुरू होगा
”सुंदरनगर शहर को खुले से पूरी तरह शौचमुक्त बनाया जाएगा। इसके लिए सभी वार्डो में सर्वे किया गया है। जिन 115 घरों में शौचालय नहीं बने हैं, उनमें शौचालय निर्माण की प्रक्रिया शुरू कर दी जाएगी।
-उर्वशी वालिया, कार्यकारी अधिकारी नगर परिषद सुंदरनगर