बिलासपुर, 11 जनवरी : पुलिस की पीओ सैल ने वर्ष 2000 से उदघोषित अपराधी को आठ जनवरी को उतराखंड से गिरफ्तार किया हैं। दो मई 1996 वन विभाग ने पुलिस को एक शिकायत पत्र दिया था। जिसमें वन विभाग ने कहा था कि सरकार द्वारा वर्ष 1995 – 96 कुछ सरकारी सामान खरीदने का अनुरोध किए जाने पर सरकार से एनओसी अन्य टेंडर लिए थे। जिसमें कुछ फर्म ने अपने.अपने टेंडर इस कार्यालय को अपने रेट निर्धारित कर भेजे थे।इसमें आरके इंटरप्राईजज अंबाला ने भी एक फर्म जिसका पता डे-लाईट एजैंसिंस कंपनी चंडीगढ ने पंपलेट में लिखा था कि उनकी फर्म का टेंडर व ठेका हिमाचल सरकार द्वारा अनुमोदित है तथा पंपलेट वन वृत बिलासपुर से फोटोस्टेट करके प्राप्त किया था तथा डे लाईट ने दूरबीन के रेट दूसरी फर्म से कम करके वन वृत्त बिलासपुर में दिए थे।
वन विभाग ने समान निरीक्षण करके अपने कर्मचारियों को समान की सप्लाई के लिए चंडीगढ़ नाम की फार्म एमए नकवी चंडीगढ़ फर्म के पास गए जिस पर डे लाईट दूरबीन को चेक करके दूरबीन लेने के लिए सहमति होने पर 90 प्रतिशत की कीमत का भुगतान बैंक ड्राफ्ट के माध्यम से दिया गया था । जबकि दूरबीन की 10 प्रतिशत कीमत वह दूसरे सामान का भुगतान चेक द्वारा फर्म को दिया गया था।
इसके अलावा इस फर्म के नाम से कोई भी दर ठेका हिमाचल प्रदेश सरकार द्वारा अनुमोदित नहीं था बाकी अलग से अन्य फर्म के नाम से ठेका अनुमोदित किया गया था । लेकिन डे लाईट एजैंसिंस कंपनी चंडीगढ एमए नकवी के नाम से डे-लाईट के टेंडर भरे बाद में इस कंपनी के टेंडर फर्जी पाए गए तथा वन वृत्त विभाग बिलासपुर द्वारा जारी चेक एसबीआई शाखा बिलासपुर को प्रेषित कर भुगतान रोकने के लिए वन विभाग द्वारा उचित कार्रवाई करते हुए बैंक को धोखाधड़ी करने वाले सूचित किया गया।
जिसमें पाया गया कि डे लाईट एजैंसिंस कंपनी चंडीगढ द्वारा चंडीगढ़ कंपनी के मालिक ने पत्रों को मिटाकर धोखाधड़ी की थी। जिस पर पुलिस ने शिकायत पत्र के ऊपर धोखाधड़ी का मुकदमा दर्ज किया था। इस मामले में पुलिस ने जांच के दौरान मुमताज अब्बास नकवी रेलवे रोड रुड़की उत्तर प्रदेश को दोषी करार दिया था । लेकिन पुलिस को मुमताज नकवी उर्फ एमए नकवी के खिलाफ मामला दर्ज होने के उपरांत अपने स्थाई पते पर ना रह रहा था और न ही चंडीगढ़ में कोई पता नहीं चल रहा था। बाद में अदालत ने दोषी को चार फरवरी 2000 को उदघोषित अपराधी घोषित कर दिया था । जिसे पुलिस ने आठ जनवरी को उतराखंड से गिरफ्तार किया हैं। उधर, एसपी दिवाकर शर्मा ने मामले की पुष्टि की है।