रामपुर बुशहर/मीनाक्षी भरद्वाज : नेरवा के अंतर्गत आने वाले ग्राम पंचायत पवाहन में बीती रात संयुक्त रूप से रह रहे दो परिवारों के 38 मवेशी आग की भेंट चढ़ गए। बद्रीराम और सालिगराम कृषि व्यवसाय से जुड़े हैं और अपनी आजीविका को चलाने के लिए इन मवेशियों पर ही निर्भर थे। बीती रात दोनों ही दोगरी से गांव निकल गए थे। उन्हें क्या मालूम था इनका घर जाना मवेशियों के पर इतना भारी पड़ेगा।
सांय लगभग 7:30 बजे दोगरी में रहने वाले ग्रामीणों को ने दोगरी में आग की सूचना बद्रीराम व सालिग राम को दी। मवेशियों में 28 बकरियां व 10 गऊएं जलकर राख हो गई। सूचना मिलने पर प्रशासन की ओर से हसीलदार नेरवा अरुण कुमार, कानूनगो तथा पटवारी ने मौके का मुआयना किया। साथ ही पीड़ितों को फौरी राहत के तौर पर 10 हजार की राशि प्रदान की गई। गनीमत यह रही कि दोगरी में पशुओं के सिवाय मनुष्य मौजूद नहीं थे, अन्यथा मंजर कुछ और हो सकता था।
वहीं ग्रामीणों ने प्रशासन से गुहार लगाई है कि इन दोनों की रोजी-रोटी का साधन यह मवेशी ही थे। अब दोनों परिवारों के रोजगार पर संकट गहरा चुका है, ऐसे में प्रशासन इन्हें रोजगार के साथ-साथ आर्थिक मदद भी मुहैया करवाए, ताकि इनके परिवारों का गुजर बसर हो सकें।