हमीरपुर, 30 दिसंबर : उत्तर भारत के प्रसिद्ध सिद्धपीठ बाबा बालक नाथ मंदिर दियोटसिद्ध को नववर्ष की पावन बेला पर श्रद्धालुओं के लिए मंदिर को 24 घंटे खुला रखा जाएगा। हर साल नववर्ष के की पूर्व संध्या से ही मंदिर में श्रद्धालुओं का तांता लगना शुरू हो जाता है। दियोटसिद्ध मंदिर में 120 पुलिस कर्मी व होमगार्ड के जवान सुरक्षा व्यवस्था का जिम्मा संभालेगें। श्रद्धालुओं को बिना मास्क के दियोटसिद्ध मंदिर में प्रवेश की अनुमति नहीं मिलेगी। स्क्रीनिंग व रजिस्ट्रेशन के बाद भक्तों को मंदिर जाने की अनुमति होगी। मंदिर न्यास प्रशासन ने खुले में लंगर बांटने व जागरण पर प्रतिबंध लगाया गया है।
बाबा बालक नाथ मंदिर दियोटसिद्ध में 31 दिसंबर की रात मंदिर को पूरी रात व लंगर को खुला रखा जाएगा। इस दौरान सुबह 5 बजे से सवा 5 बजे तक, दोपहर 12 से साढ़े 12 बजे तक व शाम को साढ़े 5 से 6 बजे तक कुल तीन दफा पूरे मंदिर परिसर को सैनिटाइज करने के लिए बंद रखा जाएगा, ताकि कोरोना से भी बचाव रह सके। इसके अलावा न्यास ने निजी लंगर वितरण और चौकियां व जागरण पर पूर्व प्रतिबंध लगाया है, ताकि भीड़ एकत्रित न हो। वहीं न्यास के अपने लंगर को श्रद्धालुओं की सुविधा के मद्देनजर 24 घंटे खुला रखा जाएगा। जिसमें 31 दिसम्बर की रात को 11 बजे से लेकर सुबह 6 बजे तक दूध, चाय, ब्रेड वितरित किए जाएंगे तथा सुबह का नाश्ता, दोपहर का भोजन भी उपलब्ध करवाया जाएगा।
न्यास ने यह भी निर्णय लिया है कि मंदिर की सरायों को भी खोला जाएगा, ताकि श्रद्धालुओं को रात्रि ठहराव के लिए दिक्कत न पेश हो। स्क्रीनिंग व रजिस्ट्रेशन के बाद भक्तों को मंदिर जाने की अनुमति होगी। मंदिर आते वक्त बिना मास्क किसी को भी भीतर प्रवेश नहीं मिलेगा। मंदिर परिसर के भीतर श्रद्धालुओं के ज्यादा देर रुकने पर पाबंदी रहेगी तथा श्रद्धालु दर्शन करके सीधे परिसर से बाहर जाएंगे, ताकि ज्यादा भीड़ इकट्ठी न हो। उधर मंदिर अधिकारी कृष्ण कुमार ने बताया कि स्क्रीनिंग व रजिस्ट्रेशन के बाद भक्तों को मंदिर जाने की अनुमति होगी। बिना मास्क के श्रद्धालुओं को मंदिर में प्रवेश की अनुमति नहीं मिलेगी।