शिमला, 26 दिसम्बर : मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने अपनी सरकार के तीन वर्ष के कार्यकाल को बेहतरीन करार देते हुए कहा है कि कोरोना संकट के दौर में भी हिमाचल में विकास का पहिया थमने नहीं दिया और करोड़ों की विकास परियोजनाओं के शिलान्यास व उदघाटन किये।
शिमला में शनिवार को पत्रकारों से रूबरू हुए जयराम ठाकुर ने सरकार की 3 साल की उपलब्धियों का बखान किया और विपक्षी दल कांग्रेस को आड़े हाथ लिया।
उन्होंने कहा कि सही मायनों में उनकी सरकार को 2 साल काम करने का मौका मिला है। मौजूदा साल में कोरोना हावी रहा और इसका असर विकास कार्यों पर भी पड़ा।
जयराम ठाकुर ने कहा कि कोरोना संकट के दौर में उनकी सरकार ने सराहनीय कार्य किया है। वहीं विपक्षी कांग्रेस ने केवल आलोचना करने का ही काम किया। विपक्षी पार्टी कांग्रेस मुद्दाविहीन हो गई है तथा उनके नेता जनता को गुमराह करने के लिए बयानबाज़ी कर रहे हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार ने बिना किसी भेदभाव के हर विधानसभा क्षेत्र में विकास करवाया जबकि विपक्ष कह रहा है कि सरकार ने कुछ नहीं किया है, लेकिन सरकार ने 672 परियोजना के शिलान्यास और उद्घाटन कोरोना काल में किए हैं, जिसमें 20 वर्चुअल और 21 एक्चुअल कार्यक्रम किए गए हैं और 3 हजार 500 करोड़ के परियोजनाओं को जनता को समर्पित किया है।
नेता प्रतिपक्ष मुकेश अग्निहोत्री के विस क्षेत्र हरोली में 400 करोड़, वीरभद्र सिंह के विस क्षेत्र अर्की में 103 करोड़ और विक्रमादित्य सिंह के शिमला ग्रामीण में 100 करोड़ों के विकास परियोजनाओं के उदघाटन व शिलान्यास किये हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि नेता प्रतिपक्ष मुकेश अग्निहोत्री स्वयं मंत्री रहते हुए हरोली का इतना विकास नहीं करवा पाए थे, जितना कि मौजूदा सरकार ने करवाया है।
उन्होंने कहा कि प्रदेश के भीतर पहली मर्तबा राजनीतिक प्रतिशोध से मामले बनाने की परंपरा को खत्म किया गया। उनकी सरकार ने बदले की भावना से कोई भी मामला नहीं बनाया। इससे पहले सत्तापक्ष व विपक्ष आपस में ही उलझते रहते थे, जिससे विकास कार्य प्रभावित होते थे। इसके अलावा पहले जो भी सरकारें आईं वे पिछली सरकार के निर्णय को बदलने का काम करते थे, उस संस्कृति को खत्म किया।
जयराम ठाकुर ने कहा कि प्रदेश में 10 हज़ार करोड़ के बल्क ड्रग पार्क को केंद्र से मंजूरी मिलने की पूरी संभावना है। इससे 15 हजार लोगों को रोजगार मिलेगा। कर्ज़ पर स्थिति स्पष्ट करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि 48 हजार करोड़ का कर्ज कांग्रेस सरकार विरासत में छोड़कर गई थी और अब बीजेपी सरकार को जिम्मेदार ठहरा रहे हैं। 2020-21 में 7,870 करोड़ रुपये का कर्ज जो कांग्रेस सरकार ने लिया था उसकी अदायगी देना बाकी है, जिसमें से मार्च 2021 तक 4 हजार करोड़ रुपये की अदायगी करना बाकी है जो पूर्व सरकार में कर्ज लिया गया था। सरकार कर्ज की अदायगी कर रही है, जो कांग्रेस सरकार ने लिया था।
उन्होंने कहा कि कांग्रेस अपने समय में कर्ज लेकर घी पीने का काम किया, जबकि उनके समय में कोई विकास कार्य नहीं हुआ और ना ही उस समय कोरोना जैसी महामारी थी। इसलिए विपक्ष केवल झूठी बयानबाज़ी ना करें। प्रदेश सरकार ने 4 हजार करोड़ का कर्ज इस वर्तमान वित्त वर्ष में लिया है। शुरूआती वित्त वर्ष में 54 फीसदी का राजस्व घाटा था, लेकिन अब 11 फीसदी अब राजस्व घाटा रह गया है, क्योंकि आर्थिक गतिविधियों को अब गति दी गई है।