नाहन 26 दिसंबर : सिरमौर की कमरऊ उप तहसील में फर्जी कबड्डी ट्रायल का पर्दाफाश हुआ है। हरेक खिलाड़ी से 300-300 की फीस वसूल की जा रही थी। समय रहते ही फर्जी ट्रायल करने वाले दो लोगों को काबू कर लिया गया, बल्कि युवाओं को ठगी से भी बचा लिया गया। हरियाणा से आकर ट्रायल करवाने वालों ने खुद को प्राधिकृत बताया था। यह ट्रायल बोकाला गांव में एक निजी मैदान में किए जा रहे थे। ट्रायल को लेकर प्रचार- प्रसार भी किया गया था, लिहाजा दूर-दूर से युवा इसमें हिस्सा लेने पहुंचे थे।
ट्रायल लेने वाले एक शख्स अनिल कुमार निवासी फतेहबाद (हरियाणा) ने खुद को कबड्डी फेडरेशन फतेहबाद का अध्यक्ष भी बताया। उपतहसील कमरऊ की बोकाला पाब पंचायत प्रधान ने ट्रायल को लेकर शिलाई पुलिस को सूचित किया। तुरंत ही पुलिस ने मौके पर दबिश दी। पुलिस के पहुंचने से पहले केवल 6300 रूपये ही एकत्रित किये गए थे अन्यथा ट्रायल लेने वाले लाखों की रकम इकट्ठा करने के बाद चंपत हो सकते थे।
पावंटा साहिब के डीएसपी वीर बहादुर ने भी मौके का निरीक्षण किया। पता चला कि अनिल द्वारा बिना सरकारी अनुमति के ही कबड्डी के ट्रायल किये जा रहे थे,जो युवाओं को धोखा देकर पैसा इकट्ठा कर रहे थे। कोरोना महामारी के दौरान स्थानीय प्रशासन की अनुमति के बिना ट्रायल से आदेशों की अवहेलना भी की गई।
डीएसपी वीर बहादुर ने पुष्टि करते हुए कहा कि आईपीसी की धारा 420, 188, 269 व 270 के तहत मामला दर्ज किया गया है। उन्होंने बताया कि ट्रायल करवाने वाले दोनों ही व्यक्तियों को गिरफ्तार कर लिया गया है। उन्होंने लोगो से सचेत रहने की अपील भी की है।