शिमला 16 दिसंबर : सड़क दुर्घटना कम करने के लिए प्रदेश सरकार के तमाम प्रयासों का सकारात्मक परिणाम आया है। साल 2019 के मुकाबले साल 2020 में हिमाचल प्रदेश में सड़क दुर्घटनाओं की संख्या में 23 फीसदी की कमी है। सुखद बात यह है कि सड़क हादसों में जान गंवाने वाले लोगों की तादाद में भी कम हुई है। इस साल सड़क दुर्घटना के दौरान होने वाली मृत्यु दर में 22 फीसदी की गिरावट आई है।
ये खुलासा केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय की ताजा रिपोर्ट में हुआ है। रिपोर्ट के अनुसार पिछले वर्ष 2019 की तुलना में चालू वर्ष 2020 में सड़क दुर्घटनाओं में लगने वाली चोटों में भी 37 फीसदी की कमी आई है। रिपोर्ट बताती है कि वर्ष 2019 में हिमाचल में जहां 2,629 सड़क दुर्घटनाएं हुई हैं, वहीं मौजूदा वर्ष में 30 नवम्बर 2020 तक 2,014 सड़क हादसे हुए। पिछले वर्ष 2019 में कुल 1,020 लोगों ने सड़क हादसों में जान गंवाई। जबकि वर्ष 2020 में 7,88 लोगों की मौत हुई। इसके अलावा वर्ष 2019 में हुई सड़क दुर्घअनाओं में 4,541 लोग घायल हुए, जबकि मौजूदा वर्ष 2020 में 2,855 लोग चोटिल हुए हैं।
प्रदेश पुलिस मुख्यालय की तरफ से बुधवार को जारी एक प्रेस विज्ञप्ति में कहा गया है कि हिमाचल में हर साल औसतन 3000 सड़क दुर्घटनाओ में 1200 लोगों की जान जाती है। ऐसे में हिमाचल में सड़क दुर्घटनाएं मानव जीवन के लिए सबसे बड़ा खतरा बन रही है। राज्य में प्रत्येक दुर्घटना में एक से अधिक मौतें होती है और कभी कभी बड़े वाहनों के हताहत होने की स्थिति में एक सड़क दुर्घटना में दोहरे अंक में भी मृत्यु हो सकती है।
उल्लेखनीय है कि वैसे तो सड़क यातायात दुर्घटनाओं के बहुत से कारण बताए जाते है, लेकिन परिवहन विभाग,राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण, राज्य पीडब्ल्यूडी, हिमाचल प्रदेश पुलिस जैसे सभी सरकारी एजेंसियों और यहां तक कि स्वयं लोगों के ठोस प्रयासों के माध्यम से उन्हें कम करने के लिए बहुआयामी उपायो की आवश्यकता होती है।
हालांकि व्यावहारिक रूप से जमीनी स्तर पर मुख्य रूप से हिमाचल प्रदेश पुलिस और जनता है जो अपने कंधों पर इस तरह की भारी जिम्मेदारी उठाए हुए है, जबकि हिमाचल प्रदेश पुलिस के पास बहुत कम संसाधन हैं और अन्य हितधारकों से अधिक सहयोग वांछित है फिर भी जनता के सहयोग से हिमाचल प्रदेश पुलिस राज्य में सड़क दुर्घटनाओं की घटनाओं को कम करने के लिए भरसक प्रयास कर रही है।