नाहन, 15 दिसंबर : सिरमौर में मंगलवार को भी आरक्षण रोस्टर का इंतजार बरकरार रहा। चुनाव मैदान में उतरने वाले प्रत्याशियों की धड़कनें तेज थी, क्योंकि पंचायतीराज संस्थाओं के आरक्षण को लेकर हर पल चर्चा व अटकलें बदलती रही। किसी की समझ में ये बात नहीं आ रही थी कि जब पड़ोसी जिला सोलन में तीन दिन पहले रोस्टर जारी हो सकता है तो सिरमौर में क्या तकनीकी वजह है।
आशंका जाहिर की जा रही थी कि सत्तारूढ़ राजनीतिक दल के नेताओं के बीच तनातनी के कारण भी विलंब हो रहा है। यह अलग बात है कि तनातनी को लेकर कोई भी कुछ बोलने को तैयार नहीं है। अलबत्ता सूत्रों ने इतना जरूर बताया है कि सोमवार व मंगलवार को जिला पंचायत कार्यालय के अलावा जिलाधीश ऑफिस में ही रोस्टर को लेकर माथापच्ची चलती रही। कमाल की बात यह है कि मंडी जैसा बड़ा जिला भी रोस्टर जारी कर चुका है। अब रोस्टर में विलंब की वजह अफसरशाही की कार्यकुशलता में कमी माना जाए या फिर राजनीतिक दखलअंदाजी, इस बारे कुछ नहीं कहा जा सकता। इतना जरूर है कि कहीं न कहीं पेंच अड़ा हुआ है, क्योंकि रोस्टर को लेकर अमूमन काफी पहले ही कसरत पूरी कर ली जाती हैै।
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उधर, ऊर्जा मंत्री सुखराम चौधरी ने कहा कि जल्द ही रोस्टर जारी हो जाएगा। इसमें राजनीतिक दखलअंदाजी का कोई सवाल नहीं है। उन्होंने कहा कि प्रशासन अपने तरीके से रोस्टर जारी करने को लेकर अधिकृत है। गौरतलब है कि प्रदेश में शिमला, सोलन, ऊना, हमीरपुर, मंडी, कुल्लू व किन्नौर में आरक्षण के रोस्टर जारी किए जा चुके हैं।