शिमला, 15 दिसम्बर : कोरोना काल के दौरान बेरोजगारी हिमाचल में एक बड़ा मुद्दा बन गया है। नौकरी छूटने से युवा वर्ग खासा परेशान हैं। इसके अलावा शिक्षा पूरी कर नौकरी की तलाश में भी युवा भटक रहे हैं। इनके दिल छूने के प्रयास प्रदेश युवा कांग्रेस ने शुरू कर दिए हैं।
प्रदेश युवा कांग्रेस के नव नियुक्त अध्यक्ष निगम भंडारी ने मंगलवार को पार्टी दफ्तर में पदभार ग्रहण करने के बाद पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहा कि बेरेाजगारी को लेकर युवा कांग्रेस प्रदेश में एक आंदोलन करेगी। इसके प्रथम चरण में विधानसभा क्षेत्रों में पद यात्रा का आयोजित करेगी। दूसरे चरण में भाजपा विधायकों के घर का घेराव कर और इसके बाद भी यदि आवश्यकता हुई तो तीसरे चरण में मुख्यमंत्री व मंत्रियों का घेराव किया जाएगा।
निगम भंडारी ने कहा कि प्रदेश युवा कांग्रेस 20 दिसम्बर से विधानसभा क्षेत्रों के अनुसार युवा पंचायत सम्मेलन करेगी। वह स्वयं भी रोजाना 2 हलकों में जाने का प्रयास करेंगे। साथ ही युवा कांग्रेस पंचायत चुनावों में पार्टी समर्थित उम्मीदवारों के पक्ष में प्रचार करेंगी। उन्होंने कहा कि सरकार ने हर घर से नौकरी देने का वायदा किया था, लेकिन कोरोना काल में बाहरी राज्यों में नौकरी कर रहे युवा भी बेरोजगार हुए हैं। सरकार ने इन युवाओं को डेटा तैयार करने की बात कही थी। लेकिन युवाओं को नौकरी देना तो दूर सरकार अब तक डेटा तक तैयार नहीं कर पाई है।
उन्होंने आरोप लगाया कि सरकार प्रदेश में कोरोना संक्रमण फैलाने की जिम्मेदारी जनता पर थोप रहे हैं, जबकि भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा की बिलासपुर रैली में 6 से 7 हजार लोग एकत्रित हुए। उन्होंने सवाल किया कि उस रैली में कितने मंत्रियों के खिलाफ कार्रवाई की गई है। उन्होंने कहा कि सरकार की विफलता से राज्य में कोरोना महमारी फैल रही है और शिमला कोरोना केपिटल बन गया है।