संगड़ाह, 13 दिसंबर : जल्द ही हरिपुरधार के बड़यालटा में मानव परिंदे उड़ान भरकर रोमांच पैदा करेंगे। पैराग्लाइडिंग विशेषज्ञों ने इस स्थल को उड़ान के लिए उपयुक्त बताया है। कांगड़ा की बिलिंग घाटी पैराग्लाइडिंग व हैंग ग्लाइडिंग को लेकर दुनिया में नाम कमा चुकी है। कई अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिताएं यहां आयोजित हो चुकी है। बिलिंग के बाद अब जल्दी ही बड़यालटा का नाम भी साहसिक खेलों के नक्शे पर अंकित होने की उम्मीद है।
हिमाचल प्रदेश में सिरमौर के हरिपुरधार के निकट बड़यालटा में पैराग्लाइडिंग का सफल ट्रायल हुआ है। हरिपुरधार-रेणुका- नाहन मार्ग पर बड़यालटा में सूचना एवं जनसंपर्क विभाग से सेवानिवृत्त उपनिदेशक मेलाराम शर्मा द्वारा मानव हिल रिजॉर्ट के नाम से एक पर्यटन स्थल निर्मित किया जा रहा है। उन्होंने बीड़ बिलिंग से पैराग्लाइडिंग के 4 पायलट बुलाकर पैराग्लाइडिंग की संभावनाएं तलाशने का प्रयास किया। बीड़ बिलिंग से आए इन पायलट्स ने हरिपुरधार के आसपास के क्षेत्रों में हवा के रुख का अध्ययन किया। बड़यालटा की सबसे ऊंची चोटी पर हवा के रुख और दबाव को पैराग्लाइडिंग के लिए उपयुक्त पाकर उड़ान भरने का निर्णय लिया।
मेलाराम शर्मा ने बताया कि बीड़ बिलिंग से आए पायलटों ने तलहटी में सुंदरघाट- चाढ़ना मार्ग पर पैराग्लाइडर्स की लैंडिंग का सर्वेक्षण किया, लजवा गांव की समतल जमीन में हवा के दबाव को लैंडिंग के लिए उपयुक्त पाया। सर्वेक्षण के पश्चात सबसे पहले बीड बिलिंग के पायलट विजय कुमार ने बड़यालटा में निर्माणाधीन मानव हिल रिजॉर्ट के निकट की चोटी से पहली एकल उड़ान भरी, 25 मिनट की अवधि में विजय कुमार ने लजवा गांव के चयनित खेत में सफलतापूर्वक लैंडिंग की। एक अन्य पायलट संदीप कुमार ने मानव हिल रिजॉर्ट के कार्यकर्ता कमल शर्मा को साथ लेकर टेंडम उड़ान (Flight) भरी। साथ में पायलट मनोज कुमार ने भी सोलो उड़ान भरी, दोनों पैराग्लाइडर्स लजवा में लैंडिंग करने में सफल हुए।
मेलाराम शर्मा ने बताया कि दूसरे दिन भी एक अन्य पायलट संदीप कुमार ने मानव हिल रिजॉर्ट के एक अन्य कार्यकर्ता कृष्ण शर्मा को साथ लेकर टेंडम उड़ान भरी, हवा के बहाव और दबाव का अध्ययन करते हुए लजवा में चयनित लैंडिंग स्थल में पैराग्लाइडर को सफलतापूर्वक उतार दिया। लोगो में पहली बार आसमान में उड़ते पैराग्लाइडर्स को देखकर लोगों में अनोखा उत्साह देखा गया। बीड़ बिलिंग से पैराग्लाइडर्स की टीम के इंचार्ज पायलट मनजीत सिंह मनु ने बताया कि उन्होंने सर्वेक्षण के उपरांत यहां की हवा के बहाव पर दबाव को पैराग्लाइडिंग के लिए उपयुक्त पाया है।
निर्माणाधीन मानव हिल रिजॉर्ट के प्रबंध निदेशक मेलाराम शर्मा ने बताया कि पैराग्लाइडिंग के सफल ट्रायल के कारण अब यहां भी पर्यटक परिंदों की भांति आसमान में उड़ सकेंगे।