नाहन, 1 दिसंबर : डॉ. यशवंत सिंह परमार राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय के दो होनहार छात्रों को डॉ. जोशी दंपति पुरस्कार-2020 से नवाजा गया। सोमवार को आयोजित एक संक्षिप्त कार्यक्रम के दौरान महाविद्यालय के स्वर्णिम इतिहास के सबसे बड़े पुरस्कार के रूप में 50-50 हजार रूपये की नकदी पाने वाले छात्रों के चेहरे खुशी से चहक उठे।
प्राचार्य डॉ. दिनेश कुमार भारद्वाज ने बताया कि शैक्षिक सत्र 2019-20 में स्नातक अंतिम वर्ष में सर्वश्रेष्ठ अंक प्राप्त करने वाली बीएससी अंतिम वर्ष की छात्रा सोनम चौहान निवासी सतौन और बीए अंतिम वर्ष के छात्र बाबूराम निवासी नाया पंजोड़ को “जोशी दंपति” पुरस्कार से सम्मानित किया गया।
प्राचार्य डॉ. दिनेश कुमार भारद्वाज ने बताया कि शैक्षिक सत्र 2019-20 में स्नातक अंतिम वर्ष में सर्वश्रेष्ठ अंक प्राप्त करने वाली बीएससी अंतिम वर्ष की छात्रा सोनम चौहान निवासी सतौन और बीए अंतिम वर्ष के छात्र बाबूराम निवासी नाया पंजोड़ को “जोशी दंपति” पुरस्कार से सम्मानित किया गया।
प्राचार्य ने बताया कि महाविद्यालय के इतिहास के स्वर्णिम इतिहास का सबसे बड़ा पुरस्कार आरंभ हुआ है। डॉ जोशी दंपति पुरस्कार गरीब परिवार के होनहार छात्रों को उज्जवल भविष्य बनाने में मददगार होगा। उन्होंने बताया कि पुरस्कार के लिए पिछले सत्र में पासआउट होने वाले बीपीएल, आईआरडीपी और अंत्योदय परिवार से ताल्लुक रखने वाले छात्रों से एक माह पूर्व ऑनलाइन आवेदन पत्र आमंत्रित किया गया था। आवेदनपत्रों की स्क्रूटनिंग के लिए कॉलेज प्राध्यापकों की एक कमेटी बनाई गई थी, जिसमें डॉ. प्रेम राज भारद्वाज को आर्डिनेटर, प्रो. जगमोहन ठाकुर कन्वीनर, प्रो. कमल डोगरा, प्रो. रविकांत, डा. सलोनी सूद, प्रो. बारू राम सदस्य के रूप में सम्मलित थे।
पुरस्कार की शुरूआत बैंगलुरु में निजी कम्पनी संचालित करने वाले नाहन निवासी अनुज जोशी ने अपनी पत्नी अम्बर जोशी की मदद से अपने पिता डा. सुरेश चंद्र जोशी और माता निरूपमा जोशी के विवाह की 50वीं वर्षगांठ पर की है। गौरतलब हो कि डॉ. जोशी राजकीय महाविद्यालय के पूर्व प्राचार्य और प्रतिष्ठित पर्यावरणविद् है। इनका विवाह 50 साल पूर्व 30 नवंबर को हुआ था।
अनुज जोशी ने बताया कि जीवन में माता-पिता का बहुत बड़ा ऋण है, जिसे आजीवन चुकाना संभव नहीं है। माता-पिता के विवाह की 50वीं वर्षगांठ पर राजकीय महाविद्यालय, नाहन में अध्ययनरत तथा गरीब परिवार से ताल्लुकात रखने वाले एक छात्र ओर एक छात्रा को प्रत्येक साल डॉ जोशी दंपति पुरस्कार से नवाजा जाएगा, जिसके अंतर्गत 50-50 हजार रुपए का नकद पुरस्कार प्रदान की जाएगी।
प्राचार्य डॉ. दिनेश कुमार भारद्वाज ने पूर्व प्राचार्य डॉ. सुरेश चंद्र जोशी और उनकी धर्म पत्नी निरूपमा जोशी के उज्जवल भविष्य एवं दीर्घायु की कामना तथा उनके पुत्र अनुज जोशी व पुत्रवधु अम्बर जोशी की अनोखी पहल की प्रसंशा की है।