शिमला, 27 नवम्बर: कोरोना के कहर ने हिमाचल प्रदेश को डरा दिया है। इस महामारी की वजह से पूरे प्रदेश में लोग खौफजदा है। नवम्बर के 27 दिनों में कोरोना के 16,268 मामले दर्ज किए गए हैं। वहीं 290 लोगों की जान गई है। अहम बात ये है कि इस अवधि में कोरोना का संक्रमण 42 फीसदी फैल गया और इससे शासन-प्रशासन भी चिंता में डूबा है। शिमला जिला कोरोना वायरस का गढ़ बनता जा रहा है।
संक्रमण की संख्या के मामले में शिमला ने मंडी जिला को भी पछाड़ दिया है और यह कोरोना से सर्वाधिक प्रभावित जिला बन गया है। नवम्बर में कोरोना संक्रमण के करीब 24 फीसदी मामले शिमला में सामने आए हैं। पिछले पांच दिनों से हिमाचल में रोजाना कोरोना के 800 से 1000 के बीच केस दर्ज किए जा रहे हैं।
स्वास्थ्य विभाग के अनुसार राज्य में अब तक कोविड के 38,327 मामले दर्ज किए जा चुके हैं। इनमें एक्टिव मामले 8,205 हैं। 602 लोगों की कोरोना से जान गई है जबकि 29,483 मरीज स्वस्थ हुए हैं। वहीं 31 अक्तुबर को राज्य में कोरोना का आंकड़ा 22,059 था।
उधर, शिमला की बात करें तो यहां अब तक 6,564 मामले दर्ज हुए हैं और 157 मरीजों ने दम तोड़ा है, जो राज्य की कुल मौतों का 26 फीसदी है। हालांकि मृतकों में 75 फीसदी वैसे लोग हैं, जो पहले से ही अन्य बीमारियों से पीड़ित थे। शिमला के अलावा मंडी, कुल्लू और कांगड़ा जिलों में भी कोरोना के मामलों में अप्रत्याशित बढ़ोतरी हुई है।
संक्रमण के नए मामलों में उछाल आने से कोरोना की रिकवरी रेट 77 फीसदी आ गई है। जबकि 31 अक्तुबर को रिकवरी रेट 85 फीसदी थी। ताजा आंकड़ों के मुताबिक राज्य में 29,483 कोरोना मरीज उपचार के बाद स्वस्थ हुए हैं। शुक्रवार को राज्य में कोरोना के 830 मामले दर्ज किए गए। इस दौरान 490 मरीज स्वस्थ हुए और 13 लोगों ने दम तोड़ा। शिमला जिला में सबसे ज्यादा 7 लोगों की जान गई।
देवभूमि में कोरोना प्रसार के पीछे दो बड़ी वजह को माना जा रहा है। पहला, पर्यटक स्थलों शिमला,मनाली इत्यादि में बाहरी राज्यों से पर्यटकों की संख्या में वृद्धि को बताया गया है। दूसरा, फेस्टिवल सीजन व शादी समारोहों में शारीरिक दूरी के नियमों की अवेहलना की गई तथा ऐसे आयोजनों में भारी संख्या में लोग जमा हुए। इसके साथ मास्क के उपयोग में भी लापरवाही बरती गई है।
कोरोना का संक्रमण बढ़ने पर प्रदेश सरकार ने सख्त फैसला लेते हुए शिमला, मंडी, कांगड़ा व कुल्लू जिलों में रात आठ बजे से सुबह छह बजे तक कफर्यू लगाया है। इन जिलों में आगामी 15 दिसम्बर तक रात्रि कर्फ्यू जारी रहेगा। इस बीच कोविड मामलों में बढ़ोतरी को लेकर राज्य के स्वास्थ्य सचिव अमिताभ अवस्थी का कहना है कि टेस्टिंग बढ़ने के कारण भी पॉजिटिव मामलों में उछाल आया है। उन्होंने कहा कि पहले जहां कोरोना की रोजाना औसतन 2,500 टेस्टिंग हो रही थी, वहीं अब रोजाना 6,000 के करीब नमूने जांचे जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि आगामी दिनों में टैस्टिंग में और बढ़ोतरी की जाएगी।