शिमला, 27 नवंबर: कोरोना महामारी(Pandemic) की वजह से प्रदेश के मेडिकल कॉलेजों में पिछले आठ महीने से बंद शिक्षण कार्य पहली दिसम्बर से शुरू होगा। इसे लेकर क्लास रूम (Class Room) में सख्त प्रोटोकॉल(Strict Protocol) को फॉलो करना होगा। स्वास्थ्य सचिव अमिताभ अवस्थी ने आज सचिवालय में प्रेस वार्ता में ये जानकारी दी। उन्होंने कहा कि सभी मेडिकल कॉलेजों(Medical Colleges) के साथ नर्सिंग कॉलेजों (Nursing Colleges) में भी कक्षाओं शुरू हो जाएगी। इस दौरान विद्यार्थियों (Students) को कोरोना की निगेटिव रिपोर्ट साथ लानी होगी। कॉलेज आने वाले विद्यार्थियों को उनके परिजनों की सहमति लेना भी आवश्यक होगा।
अवस्थी ने कहा कि कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए शिमला,नालागढ़ और टांडा में मेक शिफ्ट अस्पताल (Make Shift Hospital) तैयार किये जा रहे हैं, जो अगले 10 से 15 दिनों में काम करना शुरू कर देंगे। उन्होंने कहा कि राज्य में कोरोना के बढ़ते मामलों को लेकर लोगों को सचेत रहने की जरूरत है।
कहा कि आने वाले समय में कोविड के मामले और बढ़ सकते हैं, क्योंकि कोरोना की टेस्टिंग में बढ़ोतरी की जाएगी। वर्तमान में 5,900 के करीब कोरोना की टेस्टिंग हो रही है,जो कुछ समय पहले 2,500 थी।
अमिताभ अवस्थी ने कहा कि डीडीयू अस्पताल शिमला के वीडियो मामले में जवाब तलबी की गई है। इस मामले में यदि सिस्टम की खामी होगी तो उसे सुधारा जाएगा तथा यदि इसके लिए कोई कर्मचारी जिम्मेदार होगा तो उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने कहा कि इसको लेकर रिपोर्ट सरकार को मिल चुकी है। उन्होंने स्पष्ट किया कि वीडियो में ठंड से कांपने वाला कोरोना पॉजिटिव व्यक्ति ठीक हो गया था तथा उसे बैकबोन में बिमारी के कारण आईजीएमसी शिफ्ट किया जा रहा है, जिसमें डेढ से दो घंटे का समय लगा।
90 हजार से अधिक लोगों की हो चुकी स्क्रीनिंग
सचिव स्वास्थ्य ने बताया कि हिम सुरक्षा अभियान के तहत अभी तक 90 हजार से अधिक लोगों की स्क्रीनिंग हो चुकी है। इस कार्य में 8 हजार टीमे लगी है। उन्होंने प्रदेश की जनता से कोरोना से बचने के लिए मास्क पहनने, दो गज की दूरी रखने तथा लगातार हाथ धोते रहने या सेनेटाईज करते रहने की अपील भी की है।