नाहन , 27 नवम्बर : अखिल भारतीय वद्यार्थी परिषद के जिला संयोजक अंकित शर्मा ने प्रेस वार्ता को संबोधित करते हुए कहा कि ABVP का 41वाँ अधिवेशन मंडी के मां भीमा काली मंदिर के परिसर में संपन्न हुआ। हिमाचल प्रदेश का वर्तमान शैक्षणिक परिदृश्य” यह दो प्रस्ताव अधिवेशन में सर्वसम्मति से पारित किए गए। परिषद की वर्ष 2020-21 की नवीन कार्यकारिणी की घोषणा प्रांत अध्यक्ष डॉक्टर सुनील ठाकुर द्वारा की गई।
संयोजक अंकित शर्मा ने कहा कि वर्तमान शैक्षणिक परिदृश्य की बात करें तो केंद्रीय विश्वविद्यालय घोषणा के 11 वर्ष बाद भी अस्तित्व की लड़ाई लड़ रहा है, जबकि इसके साथ घोषित IIT मंडी का निर्माण व इसके बाद घोषित IIM व AIIMS के भवन निर्माण कार्य प्रगति पर है। लेकिन केंद्रीय विश्वविद्यालय का निर्माण कार्य अभी तक शुरू नही हो सका है। वहीं बात करें तकनीकी विवि हमीरपुर की तो वहाँ पर चल रहे 8 पाठ्यक्रमों में एक भी स्थाई प्राध्यापक की नियुक्ति नही हुई। साथ कृषि विवि पालमपुर व बागवानी विवि नौंणी की भारी भरकम फीस से शिक्षा आम गरीब छात्र की पहुंच से बाहर हो रही है, जिसे विद्यार्थी परिषद किसी भी सूरत में सहन नही करेगी।
उन्होंने कहा कि परिषद आने वाले समय में केंद्रीय विश्वविद्यालय, तकनीकी विश्वविद्यालय हमीरपुर कृषि व बागवानी विवि सहित छात्र संघ चुनाव की बहाली को लेकर एक निर्णायक लड़ाई लड़ेगी। इन मुद्दों को लेकर विद्यार्थी परिषद प्रदेश के अंदर जन आंदोलन खड़ा करेगी।
वही कुछ दिन पूर्व प्रदेश सरकार द्वारा निजी स्कूलों की फीस को लेकर एक अधिसूचना जारी की गई, जिसमें यह कहा गया कि स्कूल प्रबंधन अप्रैल माह से अभी तक की ट्यूशन फीस के अलावा सभी प्रकार के शुल्क फिर से ले सकते हैं। अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद इसका विरोध करती है, पिछले 8 महीनों से सभी स्कूल बंद है ऐसे में ट्यूशन फीस के अलावा किसी भी तरह की फीस ली जाना तर्कसंगत नहीं है। विद्यार्थी परिषद प्रदेश सरकार से मांग करती है निजी स्कूलों सहित किसी भी शिक्षण संस्थान के अंदर ट्यूशन फीस के अलावा कोई भी अतिरिक्त फीस इस सत्र में नहीं ली जाए।