सुंदरनगर, 20 नवंबर : उपमंडल की ग्राम पंचायत चौक का “अनंत राम” बीबीएमबी जलाशय (BBMB Lake) में सैंकड़ों अनमोल जीवन बचा चुके है। ये जिंदादिल युवक सड़क दुर्घटना में रीढ की हड्डी (Back Bone) में चोट लगने के कारण बिस्तर का मोहताज (Helpless) हो गया है। परिवार पर दुखों का पहाड़ टूट गया है। परिवार की रोजी-रोटी चलाने वाला एकमात्र सहारा अनंत राम बीते 3 नवंबर को नैनो कार (Nano Car) की चपेट में आने के कारण गंभीर रूप से घायल हो गया था।
एक मोटे अनुमान के अनुसार 35 साल के अनंत राम अब तक जलाशय से 250 बेजुबान पशुओं को भी नया जीवन दे चुका है। इसके अलावा पिछले डेढ़ दशक में डूब रहे 50 लोगों को बाहर निकालने में सफल रहा है। 30 हिरन भी डूबने से बचाए। इसके अलावा लगभग 50 शवों को भी निकालने में मददगार रहा है। मगर शर्मनाक बात यह है कि अनंत राम की सुध लेने वाला कोई नहीं है।
हादसे को 2 हफ्ते से अधिक समय बीत चुका है। आईजीएमसी (IGMC) शिमला में उपचार के बाद घर भेज दिया गया है। युवक की हालत इतनी खराब है कि उसे बिस्तर पर पलटने के लिए भी अन्य लोगों का सहारा लेना पड़ रहा है। ट्रैक्सी चलाकर अपने परिवार का पेट पालने वाले युवक की दुर्घटना के बाद जिंदगी ही उजड़ गई है। अब तक पीड़ित अनंत राम की टक्कर मारने वाले के साथ साथ प्रशासन ने भी उसकी सुध नहीं ली है। इस कारण परिवार और ग्रामीणों में भारी रोष है।
पीड़ित अनंत राम के पिता रूप लाल का कहना है कि परिवार में कमाने वाला इकलौता है, हादसे की चपेट में आने से लाचार हो गया है। उन्होंने कहा कि अनंत राम के पिता पत्नी और एक छोटे बच्चे के अलावा उसकी मां है। परिवार का यह एकमात्र ही सहारा था। अनंत राम की पत्नी पूनम कुमारी ने कहा कि आज उनके पति को उठाने के लिए भी अन्य लोगों का सहारा लेना पड़ता है। पूनम ने मामले में आरोपियों (Accused) के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की है।
ग्राम पंचायत चौक प्रधान कमलेश ठाकुर ने कहा कि अनंतराम और उसके परिवार की स्थिति को मध्य नजर रखते हुए हालात सामान्य होने तक परिवार का भरण पोषण और इलाज का पूरा खर्चा हादसे को अंजाम देने वाला उठाएं। उन्होंने कहा कि इसके अलावा पंचायत ने प्रस्ताव पारित करके जिला प्रशासन और सरकार को भेजकर परिवार की सहायता करने की मांग उठाई है।