शिमला, 4 नवंबर : पंचायतीराज (Panchayati Raj) संस्थाओं व शहरी निकायों (Urban Local bodies) के चुनाव (Election) की दहलीज (Edge) पर हिमाचल पहुंच चुका है। 30 नवबंर से 7 दिसंबर के बीच हिमाचल प्रदेश राज्य निर्वाचन आयोग(Himachal State election Commission) द्वारा अधिसूचना (Notification) जारी की जा सकती है। इस बार अलग बात यह है कि तीन नए निगमों के अलावा नई पंचायतों व 6 नगर पंचायतो में भी पहली बार चुनाव होंगे। बता दें कि पिछली मर्तबा 5 दिसंबर 2015 को चुनाव की अधिसूचना जारी हुई थी। नामांकन दाखिल (Filling of Nomination) करने की प्रक्रिया 18 दिसंबर 2015 को शुरू हुई थी, जबकि पंचायतीराज संस्थाओं का मतदान 1, 3 व 5 जनवरी 2016 को हुआ था। 3 चरणों में चुनाव करवाए गए थे। उम्मीद है कि इस बार भी चरणबद्ध(Phase wise) तरीके से ही चुनाव होंगे।
क्यों बदलेगा आंकड़ा
इस समय राज्य में पंचायतों की संख्या 3226 ही दर्शाई जा रही हैं। हालांकि 410 नई पंचायतों को बनाने को लेकर अंतिम प्रक्रिया चल रही है। चूंकि सरकार ने तीन नगर निगमों में भी पंचायतों को शामिल किया है, लिहाजा 410 में से उन पंचायतों की छंटनी के बाद ही राज्य में कुल पंचायतों का स्पष्ट आंकड़ा सामने आ पाएगा। दीगर है कि 1954 में जब हिमाचल प्रदेश पंचायतीराज एक्ट 1952 करे लागू किया गया था, उस समय पंचायतों का आंकड़ा 280 था, जो अब बढ़कर 12 से 15 गुणा के करीब पहुंच चुका है। एक नवंबर 1966 को पंजाब के पहाड़ी क्षेत्रों को हिमाचल में शामिल करने के बाद पंचायतों की संख्या 1695 हो गई थी।
हालांकि पार्टी सिंबल (Party Symbol) पर चुनाव (Election) नहीं हो रहे हैं, लेकिन असल बात अधिसूचना जारी होने पर ही पता चलेगी। शहरी निकायों(Urban local bodies) में अध्यक्ष व उपाध्यक्ष के परोक्ष चुनाव(Direct Election) को लेकर भी सरकार ने न तो सीधे तौर पर हां की है और (and) न ही इंकार किया है। दीगर है कि राज्य में चुनाव मैदान में उतरने वाले प्रत्याशियों (Candidates) को लेकर गहमा-गहमी शुरू हो चुकी है। शहरी निकायों में तीन नगर परिषदों मंडी, सोलन व पालमपुर को नगर निगम का दर्जा दिया गया है। धर्मशाला नगर निगम के चुनाव जनवरी 2021 में ही होंगे, जबकि शिमला नगर निगम का चुनाव 2022 में होगा।
6 नई नगर पंचायत
सरकार ने 6 नई नगर पंचायतों को बनाने का फैसला भी लिया है। इसमें कंडाघाट, अंब, आनी, निरमंड, चिडगांव व नेरवा शामिल हैं। यानि प्रदेश में शहरी निकायों की संख्या में भी इजाफा हुआ है। फिलहाल कुछ दिनों में तमाम अंतिम आंकड़े सामने आ जाएंगे। कांगड़ा की ज्वाली नगर पंचायत में कुछ क्षेत्रों को अलग करने के बाद नए क्षेत्र शामिल किए जा रहे हैं। मंडी, सोलन व पालमपुर नगर निगमों के चुनाव भी जनवरी 2021 में ही होंगे। करीब-करीब यह भी साफ नजर आ रहा है कि पंचायतीराज संस्थाओं के चुनाव बैलेट पेपर पर होंगे, जबकि शहरी निकायों के चुनाव ईवीएम के माध्यम से करवाए जा सकते हैं।
क्या बोले उप निदेशक..
उधर, पंचायतीराज विभाग के उपनिदेशक सतीश शर्मा का कहना था कि जब तक नगर निगमों में शामिल पंचायतों का आंकड़ा स्पष्ट नहीं होता, तब तक नई पंचायतों की संख्या को लेकर भी स्थिति साफ नहीं की जा सकती। उनका ये भी कहना था कि चूंकि सरकार ने तीन नगर निगमों को अधिसूचित कर दिया है, लिहाजा अब सोमवार के बाद नई पंचायतों के गठन को लेकर अधिसूचना जारी की जा सकती है।