नाहन, 24 अक्तूबर: जन्मभूमि को कर्मभूमि में बदलकर सफलता की सीढ़ियां चढ़ने वाले लेशमात्र (a few) ही होते हैं। सफलता पाने के नशे में हर कोई अपनी जन्मभूमि (Birth place) से नाता तोड़ लेता है। कंस्ट्रक्शन की फील्ड (Construction field) में नाहन जैसे छोटे से शहर में बड़े प्रोजैक्ट का सपना केवल वही देख सकता है, जिसको अपनी काबलियत पर विश्वास हो। इन शब्दों की कसौटी पर सचिन जैन खरा उतरे हैं। सिरमौर में पहली बार एक ऐसे प्रोजैक्ट ‘‘ विला राउंड रिट्रीट ’’ (Villa Round Retreat) आया है, जिसे केंद्र सरकार द्वारा बनाए गए भू संपदा नियमन अधिनियम The Real Estate (Regulation and Development) Act से मंजूरी मिली है। इस उद्यम में सचिन को शहर के नामी एडवोकेट अमृत सिंह शाह का भी आशीष मिला है। इस प्रोजैक्ट में उनके बेटे चंदन शाह भी सक्रियता से मौजूद रहेंगे।
शहर के विला राउंड में एक ऐसी आवासीय कालोनी (Residential Colony) होगी, जो मैट्रो सिटी (Metro City) में होने का अहसास करवाएगी। 56 खरीददारों से रजिस्टरी के वक्त एक लाख रुपए लिए जाएंगे, जिसे रेजिडेंशियल वैलफेयर सोसायटी (Residential Welfare Society) के खाते में एफडी (Fixed Deposit) होगी। ब्याज से हर तीन साल में आवासीय क्षेत्र का रखरखाव (Maintenance) होगा। सचिन की मानें तो इस प्रोजैक्ट में इंजीनियरिंग (Engineering) भी एक उदाहरण स्थापित करेगी। मार्च 2023 तक 56 फ्लैटस (Flats) के निर्माण को पूरा कर लिया जाएगा। चाहते तो इस तरह का प्रोजैक्ट ट्राईसिटी (Tricity) में भी प्लान कर सकते थे, जिसमें मार्किटिंग में आसानी तो मिलती ही, साथ ही मुनाफे की भी काफी गुंजाइश थी।
विशेष बातचीत के दौरान सचिन का यह भी कहना था कि निर्माण के क्वालिटी कंट्रोल (quality control) को लेकर भी एक खास प्लान तैयार किया गया है। हालांकि सचिन के साथ-साथ सिरमौर में कई बिल्डर्स (Builders) इसी तरह के प्रोजैक्ट पर कार्य करते रहे हैं, लेकिन रेरा (RERA) से मंजूरी लेना अपने आप में एक अलग प्रयास है, जिसका फायदा लाजमी तौर पर खरीददारों (Buyers) को ही मिलता है। सचिन जैन का यह भी कहना है कि देश का कोई भी व्यक्ति फ्लैट को खरीद सकता है। बता दें कि प्रोजैक्ट विला राउंड से शहर के चौगान मैदान में करीब 5 से 7 मिनट में ही पैदल पहुंचा जा सकता है।
खास बातचीत के दौरान सचिन ने कहा कि अब तक इस तरह के प्रोजैक्ट शिमला, सोलन में आए हैं, जो अब कांगड़ा में भी डिवेल्प (Develop) हो रहे हैं। लेकिन सिरमौर में इस तरह की कोशिश पहली बार है। उन्होंने बताया कि विंडो (Window) से देखने पर नीचे एक अलग ही लुक मिलेगी। हालांकि प्रोजैक्ट चीड़ के जंगल से सटा है, बावजूद इसके हरियाली (Greenery) के बीच एक क्लब (Club) भी होगा। इसमें स्पोर्टस के अलावा सोसायटी के लोग अपने छोटे निजी कार्यक्रम (Private Function) भी आयोजित कर सकेंगे। स्पेस की कोई दिक्कत नहीं होगी। गौरतलब है कि नर्सिंग काॅलेज के अलावा अरिहंत इंटरनेशनल स्कूल (Arihant International School) को सफलतापूर्वक (Successfully) चलाकर सचिन पहले भी अपनी काबलियत साबित कर चुके हैं।
इसमें भी कोई दो राय नहीं है कि बाहर से आकर कोई भी व्यक्ति शहर में इस स्तर का जोखिम (Risk) नहीं उठाना चाहेगा। बता दें कि अरिहंत इंटरनेशनल स्कूल में मेधावी 10 गरीब छात्रों को निशुल्क शिक्षा (Free Education), कोचिंग (Coaching) व छात्रावास (Hostel) की सुविधा भी प्रदान कर रहे हैं। इसमें से हाल ही में बहन-भाई ने एक बड़ा मुकाम भी पाया है। कुल मिलाकर विला राउंड रिट्रीट में रहने वालों को फाइव स्टार (Five Star) से कम फील (Feel) नहीं मिलने वाला।
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