नाहन, 22 अक्तूबर : ऐतिहासिक शहर ने महज 15 दिन के भीतर दो अनमोल हीरे (Precious diamonds) खो दिए। अहम बात है कि पूर्व गर्वनर डाॅ. अश्वनी कुमार (Ex Governor Dr. Ashwani Kumar) व पूर्व मंत्री श्यामा शर्मा (Ex. Minister Shyama Sharma) इस तरीके से अचानक ही संसार को अलविदा कह देंगे, इसका इल्म दूर-दूर तक भी किसी को नहीं था, क्योंकि वो सामान्य जीवन (Normal life) व्यतीत कर रहे थे। न तो अस्पताल में कभी दाखिल हुए, न ही अस्वस्थ (Unhealthy) होने की खबर आई। चंद रोज पहले शहर में चार नए पार्कों (New Parks) का लोकापर्ण (Inauguration) किया गया। शहरवासियों के जहन में कहीं न कहीं यह विचार कौंध रहा है कि क्यों न इनका नामकरण शहर का नाम रोशन करने वाले नगीनों श्यामा शर्मा व डाॅ. अश्वनी कुमार के नाम पर हो। इससे उन्हें श्रद्धांजलि (tribute) अर्पित होगी।
कोरोना महामारी के वक्त में दोनों ने संसार को अलविदा कहा। पूर्व मंत्री श्यामा शर्मा की कोरोना रिपोर्ट पाॅजिटिव होने की वजह से अंतिम संस्कार में भी समर्थकों व प्रशंसकों (Supporters and fans) को हिस्सा लेने का मौका नहीं मिल पाया था। उम्मीद की जानी चाहिए कि सरकार व स्थानीय प्रशासन अब इन नगीनों को श्रद्धांजलि अर्पित करने के लिए कोई कदम उठाएगा। पूर्व मंत्री श्यामा शर्मा को अंतिम संस्कार में राजकीय सम्मान (State honor) न दिए जाने को लेकर भी सवाल उठे थे। हालांकि पूर्व राज्यपाल डाॅ अश्वनी कुमार को पूरा राजकीय सम्मान दिया गया था, जिनके निधन पर राष्ट्रपति सहित कई अन्य नामी हस्तियों ने सोशल मीडिया (Social Media) के माध्यम से शोक भी प्रकट किया था।
21 सितंबर की सुबह करीब 11ः30 बजे पूर्व मंत्री श्यामा शर्मा के आकस्मिक निधन ने हर किसी को झकझोर (Shocked) कर रख दिया था। वहीं 7 अक्तूबर की शाम पूर्व राज्यपाल डाॅ. अश्वनी कुमार के सुसाइड (Suicide) की खबर हतप्रभ करने वाली थी। कुल मिलाकर हिमाचल को प्रदेश निर्माता देने वाले जिला के इन नगीनों की स्मृति में स्मारक (Memorial) की वकालत हो रही है।