बद्दी (एमबीएम न्यूज़) : नगर परिषद बददी में चुनावी डयूटी पर तैनात जेबीटी अध्यापक को बंधक बनाकर धमकाने का मामला प्रकाश में आया है। शिकायकर्ता ने पुलिस थाना में दर्जन भर लोगों के खिलाफ सरकारी कार्य में बाधा पहुंचाने, धमकाने, जबरन बंधक बनाने, रास्ता रोक कर धक्का मुक्की करने का मामला दर्ज करवाया है। पुलिस ने शिकायत के आधार पर पुलिस ने धारा 341, 342, 353, 323, 506, 147, 149 आईपीसी के तहत मामला दर्ज कर कार्रवाई शुरू कर दी है।
राजकीय प्राथमिक पाठशाला बिलांवाली में बतौर जेबीटी अध्यापक तैनात विमल कुमार ने बयान दर्ज करवाया कि वह नगर परिषद बददी के वार्ड नंबर 6 में 21 नंवबर से चुनाव डयूटी पर कार्यरत है।बीते रोज उसे 12 बजे से लेकर करीब तीन बजे तक करीब चार पांच नंबरो से फोन आए, जिसमें उसे धमकियां मिल रही थी कि वार्ड नबर 6 में वोटर वैरिफिकेशन हमारी मर्जी से करनी है। फोन पर इसे सस्पैंड करवाने की धमकियां मिल रही थी। शिकायत कर्ता के मुताबिक उसने इसकी सूचना तहसीलदार बददी को दे दी थी।
इसके बाद करीब 4 बजे जब वह जुड्डी गांव मैं वैरीफीकेशन करने के बाद गांव काठा में पहुंचा तो दून भाजपा प्रवक्ता तरसेम चौधरी, हुस्न चन्द, रमेश, मस्त राम, अच्छरु, तरसेम जुड्डीवाला, मक्खन, सोनू सहित 10-12 लड़को ने रास्ता रोककर घेर लिया। विमल कुमार को पकड़कर अपने कब्जे में कर लिया और इससे स्पाट वेरीफीकेशन के लिए दिया गया फार्म व मोबाईल छीन लिया। शिकायतकर्ता के मुताबिक उसके बाद इसे पकड़ कर दुकान में बंद कर दिया तथा इसके साथ गाली गलौच व छीना झपटी करने लगे और कहने लगे कि बिना चैक किए हमारे अनुसार वैरिफीकेशन कर दो।
शिकायतकर्ता जेबीटी अध्यापक ने कहा कि उसने इन लोगों के आगे हाथ-पांव जोड़े और कहा कि यह सुबह आकर वेरीफिकेशन कर देगा, लेकिन वह नहीं माने। शिकायतकर्ता के अनुसार उसने तीन घंटे के बाद पेशाब जाने का बहाना लगाकर वहां से भाग कर अपनी जान बचाई। विमल ने पुलिस को बताया कि इसके बाद वह अपने अध्यापक साथी मनराज के घर हरिपुर संड़ोली पहुंचा और आप बीती सुनाई । शिकायतकर्ता ने कहा कि उसे मानसिक तौर पर बहुत परेशान किया गया है तथा इसे व इसके परिवार को जान माल का खतरा है। उधर इस मामले में एसपी बददी विशेर सिंह चौहान ने बताया कि पुलिस ने मामला दर्ज कर कार्रवाई शुरू कर दी है।
आरोप निराधार व राजनीति से प्रेरित : प्रवक्ता दून बीजेपी
जब इस संदर्भ में दून भाजपा प्रवक्ता तरसेम चौधरी से संपर्क किया गया तो उन्होंने कहा कि राजनीति से प्रेरित व कांग्रेसी नेताओं के दबाब में उन पर झूठा मुकदमा बनाया गया है। जिस दिन की यह घटना बताई जा रही है उस दिन मैं घटनास्थल पर नहीं था। तरसेम ने कहा कि नगर परिषद में अपनी संभावित हार देखकर कांग्रेसी नेता बौखला गए हैं और भाजपा नेताओं व कार्यकर्ताओं पर झूठे मुकदमे बना रहे हैं जबकि जांच के बाद सच अपने आप सामने आ जाएगा और मैं किसी से घवराने वाला नहीं हूं।