मंडी, 02 अक्तूबर : कोरोना काल से सवालों के घेरे में स्वास्थ्य विभाग पर अब एक और गंभीर आरोप लगा है। इसके मुताबिक 9100 रूपए में मिलने वाले ऑक्सीजन गैस सिलेंडर (Oxygen gas cylinder) को स्वास्थ्य विभाग ने 15750 में खरीदा और दिल्ली की एक फर्म को लाभ पहुंचाने के लिए सरकारी खजाने को चपत लगा डाली। दस्तावेजों के साथ यह आरोप मांडव्य एयर इंडस्ट्री (Mandavya Air Industry) और आरडी गैस प्राइवेट लिमिटेड (RD Gas Private Limited) के संचालकों सुधांषू कपूर और आरपी कपूरे ने पत्रकार वार्ता के दौरान लगाए।
इनका कहना है कि प्रदेश में जो फर्में ऑक्सीजन गैस की सप्लाई करती हैं वह काफी कम दरों पर यह सप्लाई अस्पतालों में वर्षों से दे रही हैं, जिसमें इनकी फर्में भी शामिल हैं। लेकिन स्वास्थ्य विभाग (Health Department) के उच्चाधिकारियों ने प्रदेश की फर्मों के खिलाफ साजिश रचते हुए सीपीडब्ल्यूडी (CPWD) के माध्यम से दिल्ली की एक फर्म को लाभ पहुंचाने के मकसद से महंगे दामों पर ऑक्सीजन गैस सिलेंडर खरीदे। जिस ऑक्सीजन गैस सिलेंडर की सप्लाई (Supply) इनकी फर्म 9100 रूपए में देती है उसे स्वास्थ्य विभाग ने 15750 रूपए में जबकि 13500 रूपए की कीमत वाले सिलेंडर को 18500 रूपए में खरीदा गया। सुधांषू कपूर का कहना है कि अधिकारी प्रदेश की फर्मों को टारगेट (Target) करके सरकार की छवि को खराब करने की साजिश रच रहे हैं।
सुधांषू कपूर का कहना है कि उच्चाधिकारियों ने यह सारा काम मिली भगत से किया है। इनके रेट जानने के बाद इन्हें काम न देकर सीपीडब्ल्यूडी के माध्यम से ऑक्सीजन गैस के सिलेंडर महंगे दामों पर खरीदे गए। इन्होंने इसकी एक शिकायत (complaint) सभी दस्तावेजों और अधिकारियों के नामों के साथ प्रधानमंत्री, मुख्यमंत्री, मुख्य सचिव, स्वास्थ्य सचिव और स्वास्थ्य निदेशक को भेज दी है।
सुधांषू कपूर का कहना है कि उच्चाधिकारियों ने यह सारा काम मिली भगत से किया है। इनके रेट जानने के बाद इन्हें काम न देकर सीपीडब्ल्यूडी के माध्यम से ऑक्सीजन गैस के सिलेंडर महंगे दामों पर खरीदे गए। इन्होंने इसकी एक शिकायत (complaint) सभी दस्तावेजों और अधिकारियों के नामों के साथ प्रधानमंत्री, मुख्यमंत्री, मुख्य सचिव, स्वास्थ्य सचिव और स्वास्थ्य निदेशक को भेज दी है।