नाहन 30 सितंबर : इसमें कोई दो राय नहीं है कि पैरामेडिकल व डॉक्टर्स खुद की परवाह किए बगैर ही कोरोना योद्धा के तौर पर काम कर रहे है। मगर लापरवाही बरतने के मामले भी सामने आ रहे हैं, ऐसा ही एक मामला फिर सामने आया है।
जानकारी के मुताबिक बीती रात कुछ लोगों की रिपोर्ट पॉजिटिव (Corona positive) आई थी। इसमें एक ऐसा भी 36 वर्षीय मरीज है, जो पहले से ही मेडिकल कॉलेज में दाखिल है। मगर बुधवार सुबह इस बात का खुलासा हुआ कि उस मरीज को रात से सुबह तक आइसोलेट(Isolate) करने की जहमत नहीं उठाई गई। जबकि मेडिकल कॉलेज (Medical college) में आइसोलेशन वार्ड भी है।
जानकारी यह भी है कि अन्य मरीजों के साथ ही वह सुबह तक अस्पताल (Hospital) में ही मौजूद रहा। सूत्रों का यह भी कहना है कि रिपोर्ट में भी साफ तौर पर उसको वार्ड में दाखिल होने की बात लिखी गई है। स्वास्थ्य विभाग (Health department) से पहले मेडिकल कॉलेज प्रबंधन को पॉजिटिव (Positive) आने वाले लोगों की रिपोर्ट हासिल होती है। बावजूद इसके इस बात की जहमत नहीं उठाई गई की वार्ड में दाखिल मरीज को तुरंत ही आइसोलेट कर दिया जाए। पुख्ता जानकारी के मुताबिक मरीज सुबह तक वार्ड में दाखिल था। उधर परिजन रिपोर्ट आने लेकर स्तब्ध है। इसी बीच कॉलेज के प्रिंसिपल डॉ एनके महिंद्रू ने कहा कि मरीज को रात को ही शिफ्ट किया जा चुका है।