बिलासपुर, 29 सितम्बर : हिमाचल (Himachal) में एक ऐसी जगह है जहां बस का किराया तो पूरा लिया जाता है लेकिन यात्रियों को गंतव्य से 3 किलोमीटर पीछे ही उतार लिया जाता है। आप यह सोच रहे होगे कि शायद यह मामला किसी ग्रामीण क्षेत्र का होगा। लेकिन आप यह जानकर हैरान हो जाएंगे कि यह मामला ग्रामीण क्षेत्र का नहीं बल्कि ऐसा विश्व विख्यात शक्तिपीठ श्री नैना देवी में हो रहा है। हैरानी की बात यह भी हैं कि ऐसा भी किसी प्राइवेट बस सेवा द्वारा नहीं बल्कि हिमाचल पथ परिवहन निगम (HRTC) बिलासपुर की बस सेवा के द्वारा किया जा रहा है।
पिछले कई दिनों से जब लोगों ने इसकी शिकायत मीडिया (Media) से की तो मौके पर जाकर देखा गया कि बिलासपुर से नंगल बाया श्री नैना देवी होकर जाने वाली बस हर रोज श्री नैना देवी के मुख्य बस अड्डा पर जाती ही नहीं है। जो भी श्रद्धालु या स्थानीय लोग इस बस में सफर कर रहे होते हैं, उनसे किराया तो पूरा श्री नैना देवी तक लिया जाता है लेकिन उन्हें 3 किलोमीटर पीछे घवंडल चौक पर ही उतार दिया जाता है और फिर वहां से टैक्सी करके श्रद्धालुओं को मंदिर तक पहुंचना पड़ता है।
जब इस संदर्भ में बस कंडक्टर से बात की तो उसने यह कह कर पल्ला झाड़ लिया कि वह तो कुछ ही दिनों से इस रूट पर आ रहा है, उसे इसकी जानकारी नहीं है। लेकिन जब चालक से पूछा गया तो उसने कहा कि कंडक्टर इसके बारे में बताएगा। अब सवाल यह उठता है कि यदि यात्रियों को 3 किलोमीटर पीछे उतार दिया जाता है तो उनसे किराया पूरा क्यों लिया जाता है। लोगों का कहना है कि इस असुविधा के कारण उन्हें पैसे तो पूरे देने ही पड रहे हैं, साथ ही साथ उनका वक्त भी बर्बाद हो रहा है। उनका कहना है कि उन्हें मुख्य बस अड्डा से घडवाल चौक तक बस पकड़ने के लिए पहुंचना पड़ता है और यह सफर उन्हें पैदल ही तय करना पड़ता है।