पांवटा साहिब, 27 सितंबर : दून घाटी में मौसम (weather) की बेरूखी का असर धान की फसल पर पड़ा है। चंद रोज पहले बारिश व हवा के कारण कोलर से पांवटा साहिब तक धान की फसल पूरी तरह बर्बाद हो गई है। यह कहना है, शिमला लोकसभा युवा कांग्रेस के महासचिव सोहन राजपूत का। इसमें कोई दो राय नहीं है कि घाटी में किसानों की आमदनी का साधन केवल फसलें ही हैं। धान की खेती ही मुख्य स्त्रोत है।
उधर ग्रामीणों का यह भी कहना है कि पहले लोगों पर कोरोना (Corona) की मार पड़ी। इस कारण इलाके के लोग दिहाड़ी करने भी नहीं जा सके। इसके बाद बारिश व तूफान के कारण गरीब किसानों (Farmers) की फसलें बर्बाद होने से चेहरे उतरे हुए हैं। युवा कांग्रेस के महासचिव सोहन राजपूत ने कहा है कि सरकार(Government) को किसानों को उचित मुआवजा जारी करने के लिए उचित व्यवस्था करनी चाहिए।