हमीरपुर, 20 सितंबर : देवभूमि हिमाचल की एक और बेटी ने अपनी सफलता से प्रदेश का नाम रोशन किया है। टोनी देवी की बेटी शैलजा ने भारतीय सेना में लेफ्टिनेंट (Lieutenant) बन प्रदेश को गौरवान्वित किया है। शैलजा ने न केवल परिवार व जिला का नाम रोशन किया है, बल्कि पूरे प्रदेश में उनकी इस सफलता से खुशी की लहर है। शैलजा के पिता धर्म सिंह 23 अक्टूबर 1980 को डोगरा के भारतीय सेना में कर्नल पद से रिटायर हुए हैं। उनका कहना है कि बचपन से ही शैलजा खेलकूद में अव्वल रही है और भारतीय सेना में लेफ्टिनेंट बनकर उसने उनके सपने को पूरा किया है। शैलजा की मां रामेश्वरी देवी एक गृहिणी है।
2007 में कमीशन पास कर बनी थीं लेफ्टिनेंट…
शैलजा की 4 बहनें हैं और उनमें वह सबसे बड़ी हैं। परिवार में बेटा न होने के चलते शैलजा व उनकी बहनों की परवरिश बेटों की ही तरह की गई है। शैलजा ने एमएससी की पढ़ाई के बाद एमएड भी की, जिसके बाद 17 मार्च, 2007 को भारतीय सेना का डायरैक्ट कमीशन पास किया और मद्रास में ट्रेनिंग करके लेफ्टिनेंट बन गईं। उसके बाद उन्होंने श्रीनगर, पुणे, असम व पंजाब में अपनी सेवाएं भारतीय सेना की एजुकेशन कोर में दीं, जिसके बाद अब लैफ्टिनैंट कर्नल का टैस्ट पास किया और 17 सितम्बर को उन्हें कपूरथला में लेफ्टिनेंट कर्नल के पद पर नवाजा गया। इस दौरान पति कर्नल संजय ठाकुर व डिप्टी कमांडर ने उन्हें लैफ्टिनेंट कर्नल के क्राऊन लगाए।
मेरी कामयाबी के पीछे मां का बहुत बड़ा हाथ : शैलजा
वहीं लेफ्टिनेंट कर्नल बनने के बाद शैलजा डोगरा ने कहा कि उनकी कामयाबी के पीछे उनकी माता रामेश्वरी देवी का बहुत बड़ा हाथ है। उन्होंने बताया कि बेटों की तरह शिक्षा-दीक्षा देकर उन्हें आज इस मुकाम पर उनकी माता व पिता कर्नल धर्म सिंह डोगरा ने ही पहुंचाया है। उन्होंने कहा कि उनके दादा अमर सिंह, दादी ब्राह्मी देवी की बचपन में मिली शिक्षा से भी उन्हें प्रेरणा मिली है। वहीं पति कर्नल संजय ठाकुर के साथ के चलते ही उन्हें आगे बढऩे का हौसला मिला है। उन्होंने कहा कि आज उन्हें इस उपलब्धि को पाकर गर्व महसूस हो रहा है।