ऊना, 19 सितम्बर : हरोली उपमंडल के तहत ईसपुर कि सहकारी सभा (Cooperative Society) में बड़े स्तर पर गोलमाल (Scam) का मामला सामने आ रहा है। सभा के जमाकर्ताओं (Depositors) ने शुक्रवार को मुख्यालय स्थित सहायक पंजीयक सभाएं (Registrar Cooperative Societies) के कार्यालय में पहुंच कर मामले की शिकायत की। वहीं विभाग से सभा के सचिव के खिलाफ पुलिस के पास आपराधिक मामला दर्ज कराने की मांग की है। सभा के जमाकर्ताओं में नरेंद्र पाठक और सूरज पाठक समेत अन्यों ने सभा के सचिव पर करोड़ों रुपए का गोलमाल करने का आरोप जड़ा। उन्होंने कहा कि करीब 22 करोड़ रुपए की सभा से 17 करोड़ रुपये के लोन बांट दिए गए हैं। जबकि नियमानुसार इस सभा से मात्र 6 या साढ़े 6 करोड़ रुपए के लोन (Loan) ही दिए जा सकते हैं।
जमाकर्ताओं का आरोप है कि सभा के सचिव ने अपने माता-पिता और बहन समेत करीब 5 रिश्तेदारों के नाम पर 90-90 लाख रुपए के लोन ले लिए हैं। उन्होंने कहा कि सभा के सचिव की करीब 500 कनाल भूमि है जो उसकी अपनी खरीद है।
उन्होंने कहा कि सभा के सचिव की संपत्तियों (Property) की जांच की जानी चाहिए, ताकि सच सामने आ सके। उन्होंने कहा कि जब वह अपनी जमा पूंजी वापस मांगते हैं तो सचिव हमेशा लोन की अदायगी न होने का बहाना लगा देता है। जबकि सोसाइटी के सबसे ज्यादा लोन (Loan) उसने अपने परिवार में बांट रखे हैं। ऐसे में उनकी जमा पूंजी कैसे वापस मिल सकती है। जमा कर्ताओं ने आरोप जड़ा कि उन्होंने इंसाफ के लिए पुलिस और प्रशासन का दरवाजा भी खटखटाया, लेकिन वहां से उन्हें मायूसी ही हाथ लगी। ऐसे में अब वह सहायक पंजीयक सभाएं के कार्यालय में पहुंचे हैं, जहां सचिव के खिलाफ पुलिस में आपराधिक मामला दर्ज कराने की मांग भी उठाई गई है। उन्होंने आरोप जड़ा कि इस कार्यालय के ढुलमुल रवैया के चलते सभा के सचिव के हौसले बुलंद होते जा रहे हैं। वही उनकी जमा पूंजी मिलने की आशाएं धूमिल हो रही हैं।
सहकारी सभाएं विभाग के एआरओ रत्न सिंह बेदी ने कहा कि ईसपुर सहकारी सभा का साल 2018-19 का ऑडिट (Audit) मेरे पास पहुंच गया है। इसकी जांच के लिए सीए को भी लिखा गया है। इस सभा में कर्ज देने में काफी कोताही (Negligence) की गई है। जिसके चलते जांच करने के बाद दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई अमल में लाई जाएगी।