सुंदरनगर, 18 सितम्बर : कोरोना संकट के बीच लगभग 6 महीने बाद हिमाचल सरकार ने प्रदेश की सीमाएं खोलने का आदेश जारी किए हैं। देर रात पर्यटन विभाग के सचिव देवेश कुमार ने एसओपी जारी कर बताया कि हिमाचल प्रदेश में अब बिना ई-पास पर्यटक आ सकेंगे और रजिस्ट्रेशन के साथ कोविड़ 19 नैगेटिव रिपोर्ट भी अनिवार्य नहीं होगी। पर्यटक कहीं भी आ-जा सकते हैं और कहीं भी रुक सकते हैं, लेकिन सोशल डिस्टेंसिंग व मास्क लगाना अनिवार्य होगा।
पर्यटन विभाग की ओर से एसओपी जारी होने से प्रदेश में अब पर्यटकों की चहल-पहल होना शुरू होगी। आप को बता दें कि पर्यटन की दृष्टि से हिमाचल प्रदेश एक समृद्ध राज्य है। इसी को देखते हुए हर वर्ष लाखों लोग प्रदेश की गुलजार वादियों का रुख करते हैं। बॉर्डर खुलने पर हमारे सवांदाता द्वारा चंडीगढ़-मनाली नैशनल हाईवे-21 के किनारे स्थित होटल और ढ़ाबा मालिकों से बात की तो उन्होंने कहा कि उन्हें 6 महीने बाद प्रदेश के बॉर्डर खुलने से थोड़ी राहत जरूर मिली है, लेकिन अभी होटल बिल्कुल सुनसान पड़े है। उन्होंने कहा कि बॉर्डर खुलने से जहा पर्यटक अब हिमाचल प्रदेश की ओर आएंगे तो दूसरी ओर कोरोना का खतरा भी ज्यादा है। कोरोना से निपटने के लिए उन्होंने होटल और रेस्टोरेंट में सोशल डिस्टेंसिंग के साथ सेनिटाइजेशन की सुविधा उपलब्ध है। कुछ होटल और रेस्टोरेंट मालिकों का कहना है कि उन्हें अब कोरोना के साय में ही होटल में काम कर परिवार का पालन पोषण करना है, वहीं उन्होंने कहा कि इंटरस्टेट बस सेवा जब तक शुरू नहीं हो पाती, तब तक उनका काम धंधा चौपट रहने वाला है।
उन्होंने प्रदेश सरकार से मांग की है कि इंटरस्टेट बस सुविधा जल्द शुरू की जाए, ताकि उन्हें रोजी रोटी के लिए भटकाना न पड़े। म्यूर होटल के मैनेजर विकास ने कहा कि पिछले 6 महीनों से उनका होटल का कारोबार बिल्कुल ठप पड़ा था, लेकिन अब जैसे ही सरकार ने हिमाचल प्रदेश के बॉर्डर खोलने के आदेश दिए हैं तो लगता है कि पर्यटक हिमाचल प्रदेश का रुख करेंगे। उन्होंने कहा कि जैसे ही पर्यटक हिमाचल प्रदेश आएंगे उनके साथ कोरोना भी साथ आएगा। उसको लेकर होटल में सेनीटाइजर से लेकर सोशल डिस्टेंसिंग के पूरी तरह से प्रबंध किए गए हैं, ताकि कोई भी कोरोना की चपेट में न आए।
सुंदरनगर के नैशनल हाईवे-21 के किनारे स्थित म्यूर होटल के कर्मचारी मुकेश कुमार का कहना है कि सरकार ने बॉर्डर खोलने के आदेश जारी कर दिए हैं जिसके चलते अब उन्हें थोड़ी राहत मिलेगी लेकिन कोरोना का खतरा भी बना हुआ है, जिसको लेकर उन्हें सावधानियां बरतनी होगी। जडोल स्थित हिल स्टार रेस्टोरेंट के मालिक दिनेश कुमार का कहना है कि पिछले 6 महीने से होटल कारोबार बिल्कुल बंद था और उन्हें इस समय भारी परेशानियों का सामना करना पड़ा है। उन्होंने कहा कि होटल बंद होने के बावजूद भी उन्होंने अपने कर्मियों का वेतन भी दिया है और बिजली का बिल भरा है। उन्होंने कहा कि पिछले 15 वर्ष से होटल कारोबार से जुड़े हैं लेकिन इस तरह का वक्त पहले कभी नहीं देखा है।
उन्होंने कहा कि अब जैसे ही प्रदेश सरकार ने हिमाचल के बॉर्डर खोलने के आदेश दिए हैं, तो लगता है कि थोड़ी राहत जरूर मिलेगी। उन्होंने कहा कि पर्यटक आएगा तो उसके साथ कोरोना भी हिमाचल प्रदेश में दस्तक देगा। उसके लिए उन्होंने होटल में पूरे प्रबंध कर के रखे हैं ताकि कोरोना न फैल सके। उन्होंने सरकार से आग्रह किया है कि प्रदेश में इंटर स्टेट बस सेवा भी खोली जाएं ताकि होटल कारोबार प्रभावित ना हो सके।
डडोर स्थित विशाल रेस्टोरेंट के मालिक आशीष अग्रवाल का कहना है कि पिछले 6 महीने से उनके होटल बंद पड़े हैं और उनका पूरा कारोबार इंटर स्टेट बस शुरू होने से ही चलेगा,क्योंकि उनके पास छोटे वाहन खानपान के लिए नहीं रुकते हैं। उन्होंने कहा कि सरकार को जल्द ही इंटर स्टेट बसो की मूवमेंट शुरू करनी चाहिए ताकि वह अपने परिवार का रोजी रोटी का गुजारा कर सके।
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