शिमला, 15 सितंबर : राज्य में बेनामी संपत्तियों और जमीनों की खरीद-फरोख्त को लेकर विपक्षी दल कांग्रेस ने मंगलवार को विधानसभा में जोरदार हंगामे के बाद वाकआउट कर दिया। विपक्ष ने यह हंगामा सदन की कार्यवाही शुरू होते ही कर दिया। कांग्रेस के राजेंद्र राणा ने यह मामला उठाना चाहा, लेकिन अध्यक्ष विपिन सिंह परमार ने इसकी इजाजत नहीं दी। परमार ने कहा कि नियम 67 के तहत कांग्रेस विधायकों ने बेनामी संपत्तियों और जमीन की खरीद-फरोख्त पर चर्चा करने को स्थगन प्रस्ताव का नोटिस दिया है। इस नोटिस को सरकार को भेजा गया है और वहां से जवाब आना बाकी है। सरकार का निर्णय आने के बाद वे इस मामले पर चर्चा का समय देंगे।
इस पर विपक्ष उखड़ गया और उसके विधायक सदन में सरकार के खिलाफ नारेबाजी करने लगे। बाद में सभी कांग्रेस विधायक सदन से बाहर चले गए। मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने विपक्ष के इस वाकआउट कड़ी निंदा की और कहा कि विपक्ष का यह व्यवहार जायज नहीं है। उन्होंने कहा कि सरकार कोरोना पर लाये गए स्थगन प्रस्ताव पर पहली बार चर्चा करवाई, क्योंकि कोविड-19 का विषय ही इतना बड़ा था। विपक्ष ने चर्चा को तो उठाया, लेकिन तर्क के साथ चर्चा किसी ने नहीं की। अब नियम 67 के तहत इन्होंने नोटिस दिया है, लेकिन जब स्पीकर ने व्यवस्था दे दी कि सरकार की टिप्पणी मांगी गई है। दरअसल यह मामला पूरे प्रदेश का है और इसमें वक्त लगेगा।