रिकांगपिओ, 14 सितंबर : हिमाचल प्रदेश पावर कॉरपोरेशन का 450 मेगावाट शोंगटोंग- करछम परियोजना निर्माण में कोताही बरती जा रही है। परियोजना निर्माण कार्य मे लगीं पटेल कम्पनी के सैंकड़ो टिप्पर रोजाना सुरंगों से निकलने वाले मलवे को खुली टिप्परों में डाल कर कच्चे सड़क मार्गो से हो कर डंपिंग साइड तक जाते है। इन कच्चे सड़क मार्गो पर पानी छिड़कने की कोई व्यवस्था नही किए जाने से बारी मात्रा में धूल मिट्टी उड रही है। जिससे पर्यावरण प्रदूषित होने के साथ-साथ पांच-सात किलो मीटर के दायरे में रह रहे लोगों में बीमारियों के फैलने का भी खतरा बना हुआ है। स्थानीय लोगों ने इस मामले पर पटेल कम्पनी सहित परियोजना प्रबंधन हिमाचल पावर कॉरपोरेशन के विरुद्ध कड़ी नाराज़गी जताई है। ग्रामीणों ने प्रशासन , पॉल्यूशन कंट्रोल बोर्ड सहित सरकार से मांग की है, कि पटेल कम्पनी की इस गैर ज़िम्मेदाराना कार्य पर तुरंत रोक लगाई जाए।
पंचायत उपप्रधान ख्वांगी जसवीर नेगी ने कहा, कि शोंगठोंग करछम निर्माणाधीन एचपीपीसीएल के इंचार्ज व पटेल कंपनी के अधिकारियों को कई बार अवगत कराने के बावजूद भी बैराज क्षेत्र की कच्चे सड़कों में नियमित रूप से पानी का छिड़काव न होने के कारण कम्पनी के डम्परों अन्य वाहनों के चलने से धूल व मिट्टी उड़ रही है, जिसके कारण ग्राम पंचायत क्षेत्र ख्वांगी के बैराज क्षेत्र के आस पास वाली किसान व बागवानों की नगदी फसल को नुकसान हो रहा है। उन्होंने परियोजना प्रबंधन से मांग कि है, कि समय – समय पर कच्ची सड़कों मे पानी का छिड़काव किया जाए ताकि लोगों के बगीचों व फसलों को नुकसान न हो। उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा कि तुरंत समाधान नहीं किया गया तो कम्पनी के विरुद्ध कार्यवाही अमल में ली जाएगी।