सुंदरनगर, 13 सितंबर : प्रदेश सरकार में जलशक्ति का ज़िम्मा संभाल रहे मंत्री महेंद्र सिंह ठाकुर के गृहजिला में आईपीएच विभाग की लापरवाही से हर कोई हैरान है। लोगों का कहना है, कि जिला के बल्ह उपमंडल की ग्राम पंचायत लुहाखर के गांव धार में सैंकड़ों लोग प्रदूषित पानी पीने को मजबूर हैं। हैरानी की बात यह है, कि इन प्रभावित ग्रामीणों के गांव से महज 500 मीटर दूर आईपीएच विभाग एक बोरवेल भी करवा चुका है। लेकिन इसमें पर्याप्त मात्रा में शुद्ध पेयजल निकलने के बावजूद भी गाँववालों को शुद्ध पानी के कनेक्शन के इलावा सूखे पानी के साथ लगते बरसाती नाले का पानी घरों को सप्लाई किया जा रहा है। इस समस्या से तंग आकर प्रभावित धार गांव के लोगों ने स्थानीय पंचायत प्रधान बंसीधर की अगुवाई में अपना रोष व विरोध विभाग के प्रति जताया है
गांववासियों का कहना है, कि इस समय जहां से उन्हें विभाग पानी सप्लाई कर रहा है वो पानी का स्त्रोत 40 वर्ष पुराना है। अब ये पानी का स्त्रोत लगभग पूरी तरह सूख चुका है। लेकिन विभाग बरसाती नाले का गंदा पानी टैंक में डालकर गांव वालों को पिला रहा है। ये नाला भी कुछ दिनों में सुख जाएगा। इस पानी से गांव में बीमारी फैलने का खतरा भी पैदा हो गया है। ग्रामवासियों ने जल्द से जल्द समस्या का निवारण करने की गुहार लगाई है।
ग्राम पंचायत लुहाखर के प्रधान बंसीधर ने कहा कि धार गांव के लोगों को जहां से आजकल पानी की आपूर्ति दी जा रही है वो स्त्रोत पूरी तरह से सूख चुका है। मौके पर नाले का पानी टैंक में डाला गया है उसे गांववाले मजबूरी में पी रहे हैं। उन्होंने कहा कि आने वाले 5 से 10 दिन में ये नाले का पानी भी सूख जाएगा और गांव वालों के पास पानी का इसके अलावा और कोई साधन नहीं है।