शिमला, 05 सितंबर : कांग्रेस सेवादल ने नई शिक्षा नीति के विरोध में शनिवार को पार्टी कार्यालय में अध्यादेश की कापी को जलाया। इस अवसर पर प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष कुलदीप राठौर ने विशेष रुप से भाग लिया। राठौर ने केंद्र सरकार द्वारा घोषित नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति की आलोचना करते हुए कहा कि यह न तो देश हित में है और न ही छात्र हित में। नई शिक्षा नीति बाजारीकरण को बढ़ावा देगी।
उन्होंने कहा कि संविधान की धारा 21ए में वर्णित 6 से 14 साल के बच्चों को जो निशुल्क शिक्षा का अधिकार था, नई नीति में उसका पूरी तरह हनन किया गया है। उन्होंने कहा कि नई शिक्षा नीति एक विशेष विचारधारा को सामने रख कर बनाई गई है जो देश की धर्मनिरपेक्षता की मूल भाबना को खंडित करेगा। इसमें सब्जबाग दिखाने का जो प्रयास किया गया है, वह देश को गुमराह करने का एक प्रयास है।
उन्होंने कहा कि शिक्षा के लिये सकल घरेलू उत्पाद के 6 प्रतिशत के खर्च की बात कही गई है जो बर्तमान समय मे किसी ऊंट के मुंह मे जीरा वाली कहावत को चरितार्थ करती है।इसमें अब कम से कम 10 प्रतिशत की आवश्यकता है। नई शिक्षा नीति के क्रियान्वयन हेतु धन कहा से आएगा,इसका भी कोई स्पष्ट उल्लेख भी नही है। राठौर ने आरोप लगाया कि नई शिक्षा नीति में केन्द्रीयकृत व्यवस्था बनाने का प्रयास किया गया है,जो देश के संघीय ढांचे पर सीधा प्रहार है। इसमें नियामक स्वायत्त संस्थाओं को भी ध्वस्त किया गया है।