नाहन, 20 अगस्त : 24 साल के लाल की पार्थिव देह के पांवटा साहिब से पैतृक घर तक पहुंचने के दौरान मानों आसमान की भी आंखें नम थी। घर की दहलीज पर पहुंचते ही शहीद प्रशांत ठाकुर (Shahid Prashant Thakur) की शहादत (Martyrdom) पर तो मानों कुदरत के भी मूसलाधार बारिश (Heavy rainfall) के जरिए आंसू बह रहे हों। ये बारिश देशभक्ति (Patriotism) के रंग में रंगे युवाओं का जोश रत्ती भर भी कम नहीं कर पाई। बाइकों पर सवार होकर युवाओं ने हर किसी के रक्त में देशभक्ति की ऊर्जा को संचारित कर दिया। शाम 4 बजे के आसपास सिसकते हुए भाई विशाल ठाकुर ने शहीद को मुखाग्रि दी। पूरे राजकीय सम्मान के साथ गिरिनदी के किनारे डाबरा मोक्षधाम में अंत्येष्टि के बाद लाल हमेशा के लिए मां भारती की गोद में सो गया।
उत्तराखंड से हिमाचल की सीमा में दाखिल होते ही पांवटा साहिब कस्बे के चप्पे-चप्पे पर पाकिस्तान मुर्दाबाद के नारों के बीच प्रशांत ठाकुर अमर रहे के नारे समूची घाटी को देशभक्ति की माला में पिरोए हुए थे। अंत्येष्टि के दौरान हल्की बूंदाबादी का सिलसिला भी जारी रहा।
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धारटीधार घाटी भी लंबे वाहनों की कतार में तिरंगे में लिपट कर आ रहे अपने लाल को देख कर शायद सिसक रही होगी। ऊबड़-खाबड़ सडक़ों पर वाहनों के इस तरह का काफिला संभवत: कम ही नजर आया होगा।
घर पर मां रेखा देवी के आंसू थमने का नाम नहीं ले रहे थे। यकीन करना मुश्किल था कि छुट्टी के बाद जो बेटा जल्द लौटने की बात कहकर गया था, वो आज तिरंगे में लिपटा घर आया था। पिता सुरजन सिंह की आंखों से भी रूक-रूक कर आंसू बह रहे थे, जबकि भाई को यह भी दिलासा दिया जा रहा था कि अब उसे ही परिवार को संभालना है। 7 जुलाई 1995 को जन्में शहीद प्रशांत ने 23 सितंबर 2014 को मां भारती की रक्षा में खुद को समर्पित कर सेना में अपनी सेवाएं शुरू कर दी थी। 18 ग्रेनेडियर (18 Grenadier) में तैनात शहीद प्रशांत ने बारामुला (Baramula) की आतंकी मुठभेड़ (Terrorist encounter) में खुद के प्राणों की आहूति उसी संकल्प से दे दी कि दुश्मनों को भारत में घुसने नहीं देंगे।
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बता दें कि धौलाकुआं से वाया गिरिनगर होते हुए जब शहीद की पार्थिव देह को पूरे सैन्य सम्मान के साथ गांव की तरफ लाया जा रहा था तो सडक़ों के किनारे लोग पुष्प वर्षा भी कर रहे थे। कुछ देर ही घर पर बिताकर शहीद प्रशांत की अंतिम यात्रा में शायद ही आसपास के गांव का कोई घर होगा, जहां से लाल को श्रद्धांजलि देने कोई न आया हो। नाहन के सैन्य क्षेत्र से भी अधिकारी मौके पर श्रद्धांजलि अर्पित करने पहुंचे थे। श्री रेणुका जी के विधायक विनय कुमार व पूर्व विधानसभा अध्यक्ष डॉ. राजीव बिंदल के अलावा उपायुक्त डॉ आरके परूथी व एसपी अजय कृष्ण शर्मा ने भी घर पहुंचकर परिजनों को ढांढस बंधाया। साथ ही शहीद को श्रद्धांजलि अर्पित की।