कुल्लू , 15 अगस्त : हिमाचल प्रदेश में 74वां स्वतंत्रता दिवस समारोह हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। इस दौरान कोविड-19 महामारी के मद्देनजर सामाजिक दूरी का पूर्ण रूप से पालन किया गया। स्वतंत्रता दिवस पर जिला और उपमण्डल स्तर पर भी समारोह आयोजित किए गए। ध्वजारोहण के साथ-साथ गृह रक्षक, एसएसबी, आईटीबीपी के जवानों द्वारा प्रस्तुत मार्च पास्ट समारोह के मुख्य आकर्षण रहे। मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर ने कुल्लू के ऐतिहासिक ढालपुर मैदान में राज्य स्तरीय स्वतंत्रता दिवस समारोह की अध्यक्षता करते हुए राष्ट्रीय ध्वज फहराया और पुलिस, आईटीबीपी, गृह रक्षक तथा एनसीसी कैडेटों के द्वारा प्रस्तुत आकर्षक मार्चपास्ट की सलामी ली। उप पुलिस अधीक्षक वीनि मिन्हास ने परेड की अगुवाई की।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने स्वतंत्रता सेनानियों और शहीद सैनिकों को श्रद्धांजलि अर्पित की जिन्होंने देश की आजादी के लिए सीमाओं की रक्षा करते हुए अपनी जान की परवाह न करते हुए सर्वोच्च बलिदान दिया। उन्होंने स्वतंत्रता सेनानियों और प्रदेश के प्रथम मुख्यमंत्री डाॅ. वाईएस परमार को भी श्रद्धांजलि दी। उन्होंने कहा कि हिमाचल देवभूमि के साथ-साथ वीरभूमि भी है। देश का प्रथम परमवीर चक्र हिमाचल के मेजर सोमनाथ शर्मा को प्रदान किया गया था। इसके उपरांत कैप्टन विक्रम बत्रा और हवलदार संजय कुमार को भी यह पुरस्कार मिला। उन्होंने लद्दाख की गलवान घाटी में देश की सीमाओं की रक्षा करते हुए अपने प्राणों की आहुति देने वाले प्रदेश के वीर सैनिकों को भी श्रद्धांजलि दी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश सरकार स्वतंत्रता सेनानियों, सैनिकों, पूर्व सैनिकों और उनके परिवार के कल्याण के लिए प्रतिबद्ध है। प्रदेश सरकार स्वतंत्रता सेनानियों और दिवंगत स्वतंत्रता सेनानियों की पत्नियों को 15 हजार रुपये और उनकी अविवाहित बेटियों को 10 हजार रुपये प्रदान कर रही है। स्वतंत्रता सेनानियों की बेटियों की शादी के लिए 51 हजार रुपये और उनकी पोतियों की शादी के लिए 21 हजार रुपये प्रदान किए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि स्वतंत्रता सेनानियों के आश्रितों को सरकारी और अर्द्ध-सरकारी सेवाओं में दो प्रतिशत आरक्षण दिया जा रहा है।
जय राम ठाकुर ने कहा कि परमवीर चक्र और अशोक चक्र विजेताओं को तीन लाख रुपये की वार्षिकी प्रदान की जा रही है। महावीर चक्र और कीर्ति चक्र विजेताओं को दो लाख रुपये तथा वीर चक्र और शौर्य चक्र विजेताओं को एक लाख रुपये की वार्षिकी प्रदान की ज रही है। उन्होंने कहा कि युद्ध विधवाओं की बेटियों की शादी के लिए दी जाने वाली वित्तीय सहायता को 15 हजार रुपये से बढ़ाकर 50 हजार रुपये किया गया है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि पूरा विश्व हमारे देश की ताकत और क्षमता को स्वीकार रहा है। सीमावर्ती पड़ोसी देशों के प्रति जवाबी कार्रवाई और कोविड-19 महामारी के दौरान आत्मनिर्भर भारत की घोषणा देश की निर्णय शक्ति को दर्शाती है। इस महामारी से प्रदेश की आर्थिकी बुरी तरह प्रभावित हुई है परन्तु देश प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के हाथों में सुरक्षित है। प्रधानमंत्री द्वारा समय पर लिए गए निर्णय से अब तक 135 करोड़ की आबादी वाले भारत देश में कोरोना के कारण 50 हजार लोगों की मृत्यु हुई है जोकि 142 करोड़ की आबादी वाले 15 सबसे विकसित देशों में इस महामारी से 7.60 लाख लोगों की मृत्यु हुई है।
जय राम ठाकुर ने कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री भारतरत्न अटल बिहारी वाजपेयी हिमाचल को अपना दूसरा घर मानते थे। स्वर्गीय वाजपेयी ने कुल्लू के प्रीणी गांव में अपने जीवन के कुछ यादगार दिन बिताए थे। रोहतांग सुरंग का निर्माण उनका सपना था जो जल्दी ही पूरा होने वाला है। इसी वर्ष सितम्बर के अन्त तक प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी इसे देश को समर्पित करेंगे।
मुख्यमंत्री ने कहा कि हिमाचल प्रदेश ने सभी क्षेत्रों मे अभूतपूर्व विकास किया है। शिक्षा, खुले में शौचमुक्त, पर्यटन आदि क्षेत्रों में विशेष रूप से उल्लेखनीय कार्य हुआ है। उन्होंने कहा कि अटल सुरंग रोहतांग को एक प्रमुख पर्यटन आकर्षण के रूप में विकसित किया जाएगा। प्रदेश सरकार पर्यटकों के लिए इस सुरंग में विस्टाडुम बस सेवा आरम्भ करने पर विचार कर रही है। कुल्लू के बिजली महादेव को पर्यटन की दृष्टि से विकसित किया जाएगा तथा इस पर्यटन स्थल को रज्जूमार्ग सुविधा से जोड़ने के प्रयास किए जाएंगे।
जय राम ठाकुर ने कहा कि मंत्रिमण्डल की पहली बैठक में ही सामाजिक सुरक्षा पेंशन प्राप्त करने की आयु सीमा को बिना किसी आय सीमा के 80 वर्ष से घटाकर 70 वर्ष करने का निर्णय लिया गया था। इसके अंतर्गत 70 वर्ष से अधिक आयु के 2.85 लाख लोग प्रतिमाह 1500 रुपये पेेंशन का लाभ उठा रहे है। इसके अतिरिक्त विधवाओं और विशेष रूप से सक्षम लोगों की सामाजिक सुरक्षा पेंशन को भी बढ़ाकर एक हजार रुपये किया गया है और विभिन्न सामाजिक सुरक्षा पेंशनों के अंतर्गत 1,63,607 नए मामलों को स्वीकृति दी गई है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश सरकार ने लोगों की समस्याओं के त्वरित समाधान के लिए जनमंच कार्यक्रम आरम्भ किया है और अब तक राज्य की विभिन्न विधानसभा क्षेत्रों में 189 जनमंच आयोजित किए गए हैं, जिसमें लगभग 45 हजार शिकायतें और मांगपत्र प्राप्त हुई, जिनमें से 91 प्रतिशत का समाधान किया जा चुका है। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार ने सेवा संकल्प हेल्पलाईन-1100 आरम्भ की है, जिसके अंतर्गत कोई भी व्यक्ति प्रदेश के किसी भी हिस्से से 1100 नम्बर पर डायल कर अपनी शिकायत दर्ज करवा सकता है। अब तक एक लाख से अधिक शिकायतें मिली हैं, जिनमें से अधिकतर का निपटारा कर लिया गया है।
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