शिमला, 09 अगस्त : वैश्विक महामारी में 14 जुलाई 2020 तक तिथि काबू में थी, लेकिन इसके बाद 24 दिन भारी पड़े। अनलॉक 3.0 से पहले महामारी ने अपना प्रकोप दिखाना शुरू कर दिया था। जैसे ही इंटरस्टेट बॉर्डर खोले गए, वैसे ही संक्रमितों के मिलने का सिलसिला भी बढ़ गया। टैस्टिंग बढ़ने से मामलों में भी इजाफा हुआ। 14 जुलाई 2020 शाम तक प्रदेश में 345 सक्रिय मामले थे। आंकड़ा 9 अगस्त शाम 5:00 बजे तक 1165 है। जहां 14 जुलाई को 1302 मामले पाए गए थे, वहीं यह आंकड़ा 9 अगस्त की शाम 3334 का है। इन 24 दिनों में कोरोना की वजह से 4 रोगियों की मौत भी हुई।
अहम बात यह है कि वीआईपी लोगों के संक्रमित मिलने का दौर भी इन 24 दिनों में ही शुरू हुआ। ऊर्जा मंत्री के अलावा हमीरपुर व सिरमौर से ताल्लुक रखने वाले बीजेपी के उच्च पदों पर बैठे नेता संक्रमित मिले। यहां तक कि मुख्यमंत्री के अपने निर्वाचन क्षेत्र की तो छोड़िए अपने गृह पंचायत में ही 2 दर्जन से अधिक मामले आ गए। हालांकि अनलॉक 2.0 में छूट को लेकर कई सवाल भी उठाए जाते रहे। इसमें पहला प्रश्न सरकार से पूछा गया कि आखिर टूरिज्म को खोलने की जल्दबाजी क्यों हैं। इसके बाद उद्योगों को धड़ाधड़ बाहरी राज्यों से कामगारों को लाने की इजाजत दे दी गई। आज की बात करें तो सोलन जिला में इस समय 350 संक्रमित हैं। इसमें से 80 फ़ीसदी का ताल्लुक बीबीएन से ही है।
प्रोटोकॉल को लेकर भी अलग-अलग जगहों पर अलग-अलग तरीके के कदम उठाए जा रहे हैं। इन 24 दिनों के दौरान ही संक्रमितों को घर पर ही आइसोलेट करने के आदेश जारी कर दिए, जबकि हरेक जिला में इस तरह के आदेश जारी नहीं हुए। इतना जरूर है कि अब वीआईपी के संक्रमित मिलने के बाद उन्हें घर पर ही आइसोलेट करने की प्रक्रिया भी अमल में लाई जा रही है। उधर वैश्विक महामारी के दौरान दर्ज आपराधिक मामलों को लेकर क्या होगा, इस बात पर भी आज तक संशय है।
ये ही वो 24 दिन हैं…
इस अवधि में ही हिमाचल में कम्युनिटी स्प्रैड का खतरा भी पैदा हुआ। नाहन के एक ही मोहल्ले में 24 में से 16-17 दिनों में ही संक्रमितों के मिलने का आंकड़ा 225 के आसपास पहुंच गया। इसी तरह चंबा के एक मोहल्ले में भी ऐसा ही इस समय भी चल रहा है। बेशक ही केंद्र व राज्य सरकारें यह न मानें कि कम्युनिटी स्प्रैड हुआ है, मगर ये दो मामले कहीं न कहीं इस बात को लेकर सस्पेंस तो पैदा कर ही रहे हैं।