नाहन (एमबीएम न्यूज): 21 नवंबर से धार्मिक नगरी में शुरू हो रहे अंतरराष्ट्रीय श्री रेणुका जी मेले के आयोजन के लिए इस बार धन एकत्रित करने की मारामारी नहीं होनी चाहिए। हालांकि उद्योगों व व्यापारियों से अंशदान लेने की प्रक्रिया हरेक विभाग काफी पहले ही शुरू कर चुका था। मगर अब श्री रेणुका विकास बोर्ड के मेेले के दौरान बिकने वाले प्लॉटों की आमदनी का आंकड़ा सामने आ रहा है। अब तक के आंकड़ों के मुताबिक प्लाटों से 40 लाख रुपए की आमदनी हो चुकी है।
गौरतलब है कि सिरमौर से कांग्रेस के एकमात्र विधायक व सीपीएस विनय कुमार का अपना निर्वाचन क्षेत्र होने के कारण इस मेले का भव्य आयोजन नाक का सवाल रहता है। इसमें से तकरीबन 10 लाख रुपए एडवांस भी बोर्ड को मिल चुके हैं। इसके अलावा चढ़ावे व अन्य स्त्रोतों से 10 से 15 लाख रुपए की ओर अतिरिक्त आमदनी की उम्मीद की जा रही है। जहां तक सूत्रों का कहना है तो इस साल मेले के आयोजन का खर्चा 60 लाख के आसपास रह सकता है। लिहाजा सवाल उठता है कि उद्योगों व व्यापारियों से धन एकत्रित करने का कोई औचित्य नहीं रह जाता।
सूत्र बताते हैं कि मेले के आयोजन को लेकर हर विभाग को धन एकत्रित करने का टारगेट दिया जाता है। अपुष्ट खबरों के मुताबिक मेले के लिए धन एकत्रित करने का लक्ष्य 30 से 40 लाख के बीच रहता है। अब जब प्लाटों की बिक्री से ही 80 प्रतिशत आमदनी हो रही है तो प्रश्न यह भी पैदा होता है कि मुनाफे को बोर्ड के खाते में अगले साल के आयोजन के लिए रखा जाता है या नहीं।
उधर संगड़ाह के तहसीलदार चेतन चौहान का कहना है कि 460 प्लाट बिक चुके हैं। जबकि 60 के करीब ओर प्लाट बिकने की उम्मीद है। उन्होंने कहा कि प्लाट धारकों से एडवांस राशि भी ली जाती है। पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि लगभग 40 लाख रुपए के प्लाट बिक चुके हैं।