नाहन: संस्कृत भाषा को बढावा देने के इरादे से डाईट नाहन में प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन किया गया है। 11 फरवरी से शुरू हुए इस प्रशिक्षण कार्यक्रम में जिला सिरमौर के विभिन्न विकासखंडो के 37 संस्कृत अध्यापक हिस्सा ले रहे है। प्रशिक्षण कार्यक्रम में शिक्षकों को संस्कृत भाषा को लेकर विभिन्न तरह का प्रशिक्षण दिया जा रहा है ताकि संस्कृत भाषा को बढावा मिल सकें। प्रशिक्षाणार्थी अध्यापक कृष्ण कुमार ने बताया कि भारती की व्यवहारिक भाषा संस्कृत है। यहीं कारण है कि इस भाषा को बढावा दिया जाना चाहिए। साथ ही यह भी कहा कि भारत में संस्कार संस्कृत भाषा के माध्यम से ही दिए जाने चाहिए। उन्होनें कहा कि संस्कृत भाष को बचाए रखने के लिए यह जरूरी है कि गांव-गांव में प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किए जाने चाहिए।
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