नाहन : हालांकि पंचायतीराज संस्थाओं के चुनाव में चंद माह बचे हैं। यहां सुरला(Surla) पंचायत प्रधान चंचल शर्मा पर पांच सालों में अपने ही वार्ड नंबर-1 में लगभग 55 लाख रुपए के 14वें वित्तीय आयोग के बजट में से साढ़े 9 लाख रुपए खर्च करने का आरोप है। शेष 6 वार्डों में 45 लाख के आसपास खर्च किए गए। इसमें सामान्य बजट अलग है। इसमें भी अधिकांश पैसा एक नंबर वार्ड में खर्च हुआ। आरोप यह भी है कि पंचायत के उप प्रधान के वार्ड नंबर 7 में भी जमकर खर्चा किया गया।
उपायुक्त डाॅ. आरके परुथी(Dr RK Paruthi) को सौंपे ज्ञापन में आरटीआई हासिल करने वाले दीन दयाल पुत्र अमर सिंह के साथ अन्य ग्रामीणों ने कहा कि पहले 27 मई 2020 को सचिव द्वारा अधूरी जानकारी उपलब्ध करवाई गई। ग्रामीणों का यह भी आरोप है कि वार्ड नंबर-4 में बकराला से सुरला तक 3 लाख रुपए की राशि सड़क को पक्का करने पर खर्च की गई। इसमें समीप की नदी से ही रेत-बजरी के अलावा गटके का इस्तेमाल किया गया। जबकि ट्रैक्टर से ढुलाई दिखाई गई है। इसी तरह वार्ड नंबर-3 में तपड़ा-खेड़ा सड़क में भी अनियमितता हुई है। पंचायत में महिपाल सिंह के कुएं का निर्माण जून 2020 में दर्शाया गया है। लेकिन इसका कार्य जून 2019 में दर्शाया जा रहा है। पंचायत में निविदा सूचनाओं में भी धोखाधड़ी का आरोप है।
आरोप यह भी है कि पंचायत के उप प्रधान के पिता शिक्षा विभाग से कई वर्षों पहले रिटायर हो चुके हैं। अक्सर वृद्धावस्था की वजह से बीमार भी हो चुके हैं। लेकिन कई बार जमीन सुधार के कार्यक्रमों में उन्हें अर्द्ध कुशल मिस्त्री दिखाकर अदायगी की गई है। इसके अलावा पंचायत वासियों ने पांच अन्य कार्यों में भी वित्तीय अनियमितताएं होने का आरोप लगाया है।
उधर पंचायत प्रधान चंचल शर्मा (Chanchal Sharma) ने तमाम आरोपों को खारिज करते हुए कहा कि गांव में एक श्मशान घाट को लेकर विवाद के चलते उन पर निशाना साधा जा रहा है। उन्होंने कहा कि जहां तक विकास कार्यों की बात है तो लोग बैठक में आकर अपने कार्य की बात रख सकते हैं। पंचायत प्रधान ने कहा कि विवाद में समझौते को लेकर उन पर दबाव डाला जा रहा था, लेकिन काफी कोशिश के बाद यह जब संभव नहीं हुआ तो आरटीआई के तहत जानकारी लेकर उन पर बेवजह ही आरोप लगाए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि जहां तक वित्तीय अनियमितताओं के आरोपों की बात है तो वह इसे देखकर ही विस्तृत जानकारी दे सकती है।