हमीरपुर : दूर से आगे के रास्ते बंद नजर आते हैं, क्योंकि सफलता के रास्ते तभी खुलते हैं, जब बिलकुल करीब पहुंच जाते हैं। यह पक्तियां विदेश में फाइव स्टार होटल में काम कर लौटे हमीरपुर के भाइयो पर सटीक बैठती हैं। जहां लॉकडाऊन में कई होटल कर्मचारियों को अपने काम से हाथ धोना पड़ा, वहीं हमीरपुर के युवको ने कुछ हटकर सोचने पर सफलता पाई। आज हम आपको एक ऐसी सफलता की कहानी बताने जा रहे है, लाजमी तौर पर उन युवाओ को प्रेरित करेगी जो मामूली असफलता पर हताश हो जाते है।
कोराना वायरस के कारण दुनिया के कई देशों में जिंदगी ठहर सी गई। भारत भी इससे अछूता नहीं रहा, अपने घर और माटी से किसे लगाव नहीं होता है। इसी चलते आईलैंड से हमीरपुर के सनाही का युवा विपिन घर लौट आया। विपिन मार्च के पहले हफ्ते घर पहुंच गया था। इसी दौरान विपिन का चचेरा भाई ललित भी घर लौट आया। ललित अमृतसर के बाघा बार्डर स्थित होटल में चीफ एग्जीक्यूटिव शेफ के तौर पर कार्य करता था, जबकि विपिन विदेश में होटल में बतौर मैनेजर सेवाएं देता था।
विपिन और ललित बताते हैं कि लौटने के बाद कुछ दिनों तक तो कर्फ्यू के कारण घर से निकलना ही कम हुआ। परिवार में पहुंचने का सुकून था लेकिन ज्यों-ज्यों लॉकडाउन बढ़ता गया तो रोज़गार की चिंता भी सताने लगी। अनलॉक-1 के बाद कुछ काम धंधा करने का मन बनाया, लेकिन एकदम अधिक निवेश करना संभव नहीं था। इसलिए कुछ ऐसा करने की ठानी जिसमें लागत भी कम हो, गांव के आसपास वह मिलती भी न हो और सबसे महत्वपूर्ण यह था कि किसी का रोजगार भी प्रभावित न हो। और यहीं से शुरू हुआ दोनो भाइयों की सफलता का सफर।
सनाही निवासी विपिन कुमार व चचेरे भाई ललित ने घर के पास ही मिट्टी का ओवन बनाकर पिज्जा बेचना शुरू किया है। इस काम को शुरू करने से पहले विपिन ने इसके बारे में चचेरे भाई ललित से बात की और मिट्टी के ओवन से तैयार पिज्जा (Wood fire pizza) तैयार करने पर सहमति बन गई। गांव के पास ही एक दुकान देखी। दोनों ने इसे किराये पर ले लिया। वुड फायर पिज्जा तैयार करने के लिए मिïट्टी के ओवन की जरूरत थी और इसे खुद ही तैयार किया। पिज्जा बनाने के लिए अधिकतर सामग्री भी घर पर ही तैयार की जाती है। गांव में ही तैयार पनीर और सब्जियां प्रयोग में लाई जा रही हैं। विपिन और ललित बताते हैं कि गांव में वुड फायर पिज्जा की डिमांड बढ़ रही है। शुरुआत में प्रतिदिन 10 से 15 पिज्जा बेच रहे थे, लेकिन अब प्रतिदिन 125 से 150 पिज्जा बनाकर बेच रहे हैं।
फाइव स्टार जैसी सुविधा तो नहीं लेकिन…
विपिन बताते है कि उन्होंने इस काम को शुरू करने से पहले ही ठान लिया था कि गुणवत्ता के साथ कोई समझौता नहीं करेगे। उन्होंने बताया कि घर पर उगाई हुई सब्जियों को ही ज्यादातर प्रयोग में लाया जाता है, लेकिन कई मर्तबा सब्जी मंडी में जाकर ताजी सब्जियां खरीद कर लाते हैं। उन्होंने बताया कि क्रीम के लिए वह अच्छी क्वालिटी के दूध का प्रयोग करते हैं। विपिन बताते है कि सभी चीजे घर पर ही तैयार की जाती है। वहीं ऑडर के हिसाब से ही उसी समय पिज्जा तैयार किया जाता है।