शिमला: हिमाचल प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कुलदीप सिंह राठौर के खिलाफ सार्वजनिक रूप से मोर्चा खोलने तथा पार्टी के अंदरूनी मामलों को लेकर मीडिया में जाने वाले मंडी के 12 कांग्रेसी नेताओं को प्रदेश कांग्रेस कमेटी ने कारण बताओ नोटिस जारी किया है। इनमें कांग्रेस के कदावार नेता कौल सिंह ठाकुर की पुत्री चंबा ठाकुर, दो पूर्व विधायकों सोहन सिंह व मनशा राम सहित 12 कांग्रेसी शामिल हैं।
पार्टी ने इन सभी से आगामी 15 दिन के भीतर जवाब मांगा गया है। जवाब संतोषनक न पाए जाने पर पार्टी द्वारा इनके विरूद्ध अनुशासनात्मक कार्रवाई अमल में लाई जा सकती है। इसके तहत निष्कासन भी किया जा सकता है। इन नेताओं पर प्रदेश कांग्रेस कमेटी से संबंधित फैसलों को लेकर सार्वजनिक रूप से बैठक करके विरोध कर पार्टी की छवि धूमित करने का आरोप है। प्रदेश कांग्रेस कमेटी के सचिव रजनीश किमटा ने पिछले कल एक बयान जारी कर कहा था कि कांग्रेस पार्टी के अंदरूनी मामलों को लेकर कोई भी नेता मीडिया में न जाए। उन्होंने ऐसा करने वालों के खिलाफ कड़ी अनुशासनात्मक कार्रवाई करने की बात कही थी।
सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक मंडी जिला कांग्रेस कमेटी की रिपोर्ट के आधार पर प्रदेश कांग्रेस ने मंडी के 12 कांग्रेसियों को नोटिस जारी किए हैं। इनमें चंपा ठाकुर, मनसा राम, सोहन लाल, दीपक शर्मा, पवन शर्मा, वीना शर्मा, जगदीश रेड्डी, जीवन लाल, लाल सिंह, सुमन चैधरी, संजीव गुलेरिया और विजय पाल ठाकुर शामिल हैं।
गौर हो कि पिछले दिनों मंडी कांग्रेस के कुछ नेताओं ने लंच डिप्लोमेसी के बहाने प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कुलदीप सिंह राठौर को निशाने पर लिया था। इसके बाद पार्टी हाईकमान को पत्र लिखकर राठौर की कारगुजारी पर सवाल खड़े किए गए। इस प्रकरण के बाद भूचाल तब आया जब मंडी में कांग्रेस के एक अन्य धड़े ने पत्र लिखने वालों के खिलाफ अनुशासनहीनता प्रस्ताव पारित किया था। इससे खफा प्रदेश कांगेस के दो सचिवों समेत सात नेताओं ने आलाकमान को इस्तीफा भेज दिया था। इनमें पर्वू जिला अध्यक्ष दीपक शर्मा, कौल सिंह की बेटी चंबा ठाकुर सहित कई कांग्रेसी शामिल हैं।