सुंदरनगर : बात जब इंसानियत की आती है तो सभी भूल जाते हैं कि कौन अपना है तो कौन पराया। इस समय इंसान किसी की मदद करने से पीछे नहीं हटता है। ऐसे ही नेक काम करने के लिए ग्राम पंचायत बग्गी के नेक राम हमेशा अपनी जान को जोखिम में डालकर सैंकड़ो लोगों और आवारा पशुओं को एक नया जीवन दे चुके है। बग्गी क्षेत्र में बीबीएमबी जलाशय के किनारे आवारा बैल घास चर रहे थे। अचानक एक आवारा बैल का पांव फिसलने से दो और बैलों के साथ धक्का लगने से नहर में जा गिरे। बैल तैरते-तैरते कुछ दूरी पर जा पहुंचे। लोगों का जमावड़ा इक्कठा हो गया।
सभी अपने-अपने मोबाइल को निकाल कर फ़ोटो और वीडियो बनाने का काम करते रहे। लेकिन किसी ने भी इंसानियत का परिचय नहीं दिया। बग्गी के नेक राम को जब नहर में गिरे बैल की सूचना मिली तो उन्होंने अपनी जान की परवाह न करते हुए नहर में गिरे दो बैलों को रस्सी के सहारे से बाहर निकाला। जानकारी के अनुसार नेक राम ने आज दिन तक सैंकड़ो के हिसाब से लोगों व आवारा पशुओं को नहर से डूबते हुए बाहर निकालकर नया जीवन दान दिया है।
बता दें कि नेक राम बग्गी चौक पर सब्जी की दुकान करते है। लेकिन जैसे ही नेक नहर में बैलों की सूचना मिली तो उन्होंने अपनी दुकान को खुला छोड़ कर नहर में छलांग लगा दी। बैल को पकड़ कर किनारे लाया गया। लोगों ने रस्सी का प्रबंध कर रस्सी के सहारे बाहर निकालने में मदद की। नेक राम ने कहा कि दो बैलों को एक घंटे की कड़ी मशक्कत से बाहर निकाला। जितने में तीसरे बैल को बाहर निकालते वह काफी दूर जा चुका था। उन्होंने कहा कि वह बैल धनोटू तक तैरता गया लेकिन किसी ने भी इस बैल को बाहर निकालने में कोई सहायता नहीं की। इस बात का मुझे हमेशा मलाल रहेगा।
वही स्थानीय लोगों ने बीबीएमबी प्रबंधन से किट मुहैया करवाने की मांग की है। वहीं मामले की जानकारी देते हुए बीबीएमबी के अधिशाषी अभियंता एसपी शर्मा ने कहा कि जो लोग अपनी जान की बाजी लगाकर लोगों व आवारा पशुओं की जान बचाने जैसे कार्य कर रहे है उन्हें बीबीएमबी प्रबंधन द्वारा सुरक्षा कीट जल्द मुहैया करवाई जाएगी।