मंडी: डीसी साहब! हमारी भी सुन लो, हम भी लॉकडाउन के कारण फंसे हैं। यहां कोई काम-धंधा नहीं और न ही खाने के लिए राशन बचा है, घर भिजवा दो ना। यह गुहार लगाई है उत्तर प्रदेश के बहराईच जिला से यहां आए उन 55 प्रवासी मजदूरों ने जो लॉकडाउन के कारण यहां फंस गए हैं और अब तक वापिस अपने घर नहीं जा सके हैं। यह सभी प्रवासी मजदूर बल्ह उपमंडल के डडौर में एक पुल के नीचे जैसे-तैसे अपनी जिंदगी काट रहे हैं।
डीसी मंडी के पास गुहार लेकर आए प्रवासी मजदूर सत्यपाल ने बताया कि पहले उन्हें राशन मिला लेकिन अब वह भी नहीं मिल रहा है। एक सप्ताह पहले भी यह प्रशासन के पास वापिस घर भिजवाने की गुहार लगा चुके हैं लेकिन अभी तक इन्हें घर नहीं भिजवाया जा सका है। सत्यपाल ने बताया कि गांव के लोग उन्हें काम भी नहीं करने दे रहे। प्रवासी देखकर लोग कोरोना का खौफ जाते हैं और इन्हें गांव से बाहर निकाल देते हैं। यह लोग फेरी लगाने का काम करते थे और यहां गृहसज्जा का सजावटी सामान बेचने के लिए आए थे। अब यह वापिस अपने घर जाना चाहते हैं। इनके पास खाने के लिए पैसे तक नहीं बचे हैं और ऐसी स्थिति में वापिस घर जाना संभव नहीं हो पा रहा है।
डीसी मंडी के पास गुहार लेकर आई महिला ने बताया कि पुल के नीचे खड्ड किनारे छोटे-छोटे बच्चों के साथ जिंदगी गुजारना दुभर हो गया है। कभी मच्छरों का आतंक सताता है तो कभी गंदगी का। प्रशासन जैसे-तैसे घर भिजवाने की कृपा करे ताकि वहां सुकुन से रह सकें।
वहीं डीसी मंडी ऋग्वेद ठाकुर ने बताया कि जिला में अभी तक ऐसे 104 लोगों को चिन्हित किया जा चुका है जो वापिस अपने घर जाना चाहते हैं। इन लोगों का मामला जिला प्रशासन के ध्यान में है और राज्य सरकार को भी इस संदर्भ में सूचित किया जा चुका है। जल्द ही इन सभी को वापिस इनके घर भिजवा दिया जाएगा।