राजगढ: कस्बे से लापता दो सगी बहनों को शनिवार तड़के 3 बजे के आसपास चंडी मंदिर के वीर गग्गर से बरामद कर लिया गया है। इसके बाद पुलिस ने राहत की लंबी सांस ली है। अहम बात यह है कि पुलिस को बरामदगी की कडि़यां जोड़ने में खासी मशक्कत करनी पड़ी। कहते हैं, जब शिदद्त से प्रयास किए जाएं तो सफलता जरूर मिलती है। घर से निकलने के बाद बस में परवाणु तक पहुंची। पुलिस सीसी फुटेज को खंगालते-खंगालते पीछे चलती रही। इसके बाद परवाणु में लड़कियों के ऑटो में सफर करने का खुलासा हुआ तो पुलिस ने ऑटो चालकों से भी गहन पूछताछ की।
पिंजौर तक कडि़यां जोड़ते-जोड़ते पुलिस पहुंच गई। डीएसपी भीष्म ठाकुर व एसएचओ बलदेव ठाकुर सहित अन्य पुलिस कर्मियों ने पलक नहीं झपकी। पुलिस अंतिम प्वाइंट तक पहुंची तो पता चला कि लड़कियों ने वीर गग्गर में एक कमरा 3 हजार रुपए प्रतिमाह के हिसाब से लिया है। साथ ही यह कहा था कि वो नौकरी करने आई हैं। चूंकि मोबाइल का इस्तेमाल नहीं कर रही थी, लिहाजा लोकेशन को लेकर पुलिस के पास कोई सटीक जानकारी नहीं थी। बावजूद इसके पुलिस लड़कियों तक पहुंचने में सफल हो गई।
प्रारंभिक छानबीन में यह भी पता चला है कि दोनों लड़कियां पढ़ाई में बेहद होशियार हैं। छोटी लड़की ने हाल ही में दसवीं की परीक्षा में 83 प्रतिशत अंक हासिल किए हैं, जबकि दूसरी जमा दो में पढ़ रही है। घर से निकलने के दौरान लड़कियों के पास लगभग 10 हजार रुपए भी थे।
उधर डीएसपी भीष्म ठाकुर ने कहा कि लापता बहनों को चंडी मंदिर के समीप वीर गग्गर से बरामद किया गया है। एक सवाल के जवाब में डीएसपी ने माना कि गुमशुदगी के बाद से ही पुलिस हाई अलर्ट पर तलाश में जुटी हुई थी। बता दें कि बरामदगी के लिए डीएसपी भी मौके पर पहुंचे थे। शुरूआती जांच में यह भी साफ हुआ है कि लड़कियों को घर से भगाने में किसी की संलिप्तता नहीं थी।